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Hamaari Sada Trust ने NGO बैठक में भाग लिया.. सामुदायिक विकास, परिवार कल्याण व युवा सशक्तिकरण को बढ़ावा देने पर दिया जोर

हमारी सदा ट्रस्ट के फाउंडर मोहम्मद इरशाद आलम ने युवा सशक्तिकरण और कौशल विकास को प्राथमिकता देने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि अगर हम एक समृद्ध समुदाय चाहते हैं, तो हमें अपने युवाओं में निवेश करना होगा.

हमारी सदा ट्रस्ट (Hamaari Sada Trust) ने ईएफआरएएच (EFRAH) एनजीओ द्वारा आयोजित एनजीओ समन्वय बैठक में सक्रिय रूप से भाग लिया. इस बैठक में एनजीओ से लेकर सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए. EFRAH द्वारा आयोजित बैठक में मदनपुर खादर, सरिता विहार और आसपास के क्षेत्रों के एनजीओ, एमसीडी कार्यकर्ता, आरडब्ल्यूए सदस्य, स्कूल प्रबंधक और सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए. बैठक का उद्देश्य समग्र सामुदायिक विकास के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को मजबूत करना था.

EFRAH ने किया सेशन का आयोजन

यह बैठक EFRAH के परियोजना प्रबंधक मोहम्मद फिरदोश द्वारा आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य प्रमुख हितधारकों को शामिल करना, चल रही पहलों पर अपडेट साझा करना और समुदाय- आधारित हस्तक्षेपों में निरंतर सफलता सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक कार्रवाई के अवसरों की खोज करना था.

हमारी सदा ट्रस्ट के फाउंडर मोहम्मद इरशाद आलम ने कहा

इस सेशन के दौरान हमारी सदा ट्रस्ट के फाउंडर मोहम्मद इरशाद आलम ने युवा सशक्तिकरण और कौशल विकास को प्राथमिकता देने की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि अगर हम एक समृद्ध और स्वतंत्र समुदाय चाहते हैं, तो हमें अपने युवाओं में निवेश करना होगा, खासकर उन्हें शिक्षा और रोजगारपरक कौशल प्रदान कर उन्हें आगे बढ़ाना होगा.

मोहम्मद इरशाद आलम ने आगे बढ़ती सामाजिक चिंता पर भी बात की. उन्होंने पारिवारिक ढांचे का कमजार होना और छोटी सी बातों पर पति-पत्नी के बीच बढ़ती दूरियों पर अपनी बात रखी. 

‘एक स्वस्थ समुदाय की शुरुआत मजबूत परिवारों से होती है’

उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ समुदाय की शुरुआत मजबूत परिवारों से होती है. जब माता-पिता के बीच तनाव होता है, तो इसका बच्चों पर गहरा असर पड़ता है, जिससे अक्सर भावनात्मक तनाव और शिक्षा से ध्यान भटकता है. दुर्भाग्य से पति-पत्नी के बीच छोटी-मोटी अनबन तेजी से कानूनी विवादों में बदल रही है, जिससे घर की शांति और स्थिरता पर असर पड़ रहा है.

मोहम्मद इरशाद आलम ने आगे कहा कि परिवारों और पूरे समुदाय की भलाई के लिए परिवारों में आपसी समझ, दया और भावनात्मक सहयोग को बढ़ावा देना जरूरी है.

कई NGO ने रखी अपनी बात

उम्मीद की उड़ान, आजाद एनजीओ, खुशी एनजीओ, निदान, जागोरी, एक्शनएड एसोसिएशन, सुगंध, प्लान इंडिया, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला पंचायत और कई अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी चल रही पहलों पर अपडेट साझा किया. इसके साथ ही लाभार्थियों को प्रभावी ढंग से एकजुट करने और सामुदायिक कार्यक्रमों के प्रभाव को बढ़ाने के लिए एनजीओ के आपसी सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया.

वहीं इस बैठक में पहुंचे एमसीडी कर्मचारियों ने मानसून के दिनों लोगों से जरूरी अपील की. उन्होंने तमाम लोगों से जलभराव के प्रति आगाह किया तथा बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए साफ-सफाई के लिए जागरूक किया.

हमारी सदा ट्रस्ट ने आगे अपने बुनियादी कंप्यूटर साक्षरता कार्यक्रम के साथ-साथ, समुदाय में धीमी गति से सीखने वालों की सहायता के लिए डिजाइन की गई सुधारात्मक शिक्षा पहलों पर भी अपडेट साझा किए. ट्रस्ट ने डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग और वीडियो एडिटिंग जैसे क्षेत्रों में कौशल विकास पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना की भी घोषणा की. इसका उद्देश्य युवाओं को उद्योग- संबंधित स्किल प्रदान करना है.

ट्रस्ट ने इस शानदार बैठक के आयोजन और समुदाय- केंद्रित संस्थाओं के बीच सहयोग के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करने के लिए EFRAH एनजीओ और विशेष रूप से उसके परियोजना प्रबंधक मोहम्मद फिरदोश को शुक्रिया अदा किया.

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