Japans first female PM Sanae Takaichi: लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) की अध्यक्ष साने ताकाइची (Sanae Takaichi ) आज यानी कि मंगलवार, 21 अक्टूबर को जापान की नई प्रधानमंत्री बनीं. 64 वर्षीय ताकाइची ने प्रधानमंत्री बनते ही नया इतिहास रच दिया. वो जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बन गई हैं. तो आईए जानते हैं कि साने ताकाइची कौन हैं और इनका राजनीतिक सफर कैसा रहा..
LDP की अध्यक्ष साने ताकाइची ने पहले ही राउंड में जीत हासिल कर ली. ताकाइची को निचले सदन (Lower House) में हुए मतदान में 237 वोट मिले, जबकि कॉन्स्टिट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ जापान के नेता योशिहिको नोदा को 149 वोट मिले.
बता दें कि बीते कल यानि कि सोमवार को एलडीपी (LDP) और जापान इनोवेशन पार्टी (JIP) के बीच हुए गठबंधन समझौते ने ताकाइची की जीत को लगभग तय कर दिया था. गठबंधन के बाद उन्हें विपक्ष से ज्यादा वोटों का समर्थन मिल गया था.
नारा प्रांत में जन्मीं ताकाइची राजनीति से कोसों दूर रहीं थी
साल 1961 में जापान के नारा प्रान्त में जन्मीं साने ताकाइची के पिता ऑफिस वर्कर थे और उनकी मां पुलिस अफसर थीं. ताकाइची का बचपन और पालन-पोषण राजनीति से कोसों दूर रहा.
ताकाइची शौकीन ड्रमर रही
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ताकाइची हेवी मेटल की शौकीन ड्रमर थीं, और अपने साथ ढेर सारी स्टिक रखने के लिए मशहूर थीं. साथ ही वो स्कूबा डाइविंग भी करती थीं और कारों की शौकीन थीं. उनकी पसंदीदा टोयोटा सुप्रा कार नारा एक म्यूज़ियम में रखी गई है.
बता दें कि राजनीति में आने से पहले साने ताकाइची ने कुछ समय के लिए टीवी एंकर के तौर पर काम किया था.
1980 के दशक में राजनीति की तरफ आया झुकाव
1980 के दशक में, जब अमेरिका और जापान के बीच व्यापारिक तनाव चरम पर था, तब ताकाइची को राजनीति में आने की प्रेरणा मिली. जापान को लेकर अमेरिकी नजरिए को समझने के इरादे से उन्होंने डेमोक्रेट सांसद पैट्रिशिया श्रोएडर के ऑफिस में काम किया, जो जापान की आलोचना के लिए जानी जाती थीं.
पहला चुनाव हारीं, लेकिन हार नहीं मानीं
ताकाइची ने 1992 में बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार अपना पहला संसदीय चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं. हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और एक साल बाद फिर चुनावी मैदान में उतरी और जीत दर्ज की. इसके बाद साल 1996 में वह लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) में शामिल हो गईं. तब से अब तक वह 10 बार सांसद चुनी जा चुकी हैं, सिर्फ एक बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. साने ताकाइची ने पार्टी की सबसे स्पष्टवादी और रूढ़िवादी आवाज़ों में से एक के रूप में अपनी पहचान बनाई है.
साने ताकाइची ने जापान सरकार में कई वरिष्ठ पदों पर भी काम किया है. वो आर्थिक सुरक्षा मंत्री, व्यापार और उद्योग राज्यमंत्री भी रह चुकी हैं. इसके अलावा, उन्होंने आंतरिक मामलों और संचार मंत्री के रूप में रिकॉर्ड समय तक सेवा दी है.
पीएम मोदी ने दी बधाई
जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री चुने के बाद पीएम मोदी ने भी बधाई दी. पीएम मोदी ने ट्विटर के जरिए बधाई देते हुए कहा कि साने ताकाइची को जापान के प्रधानमंत्री चुने जाने पर हार्दिक बधाई. मैं भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं. हमारे गहरे होते संबंध हिंद- प्रशांत और उसके बाहर शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.