Delhi- NCR News: दिवाली के बाद देश की राजधानी दिल्ली की हवा ज़हरीली हो गई है और लोगों के लिए सेहत की बड़ी चिंता बन रही है. शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई दिनों से 400 के उपर है, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है. वहीं कुछ इलाकों में तो AQI 1,000 तक पहुंच गया. पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में 77% की कमी की रिपोर्ट के बावजूद, राजधानी में हर साल की तरह धुंध और प्रदूषण ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. इसी बीच एक रिपोर्ट सामने आई है, जो काफी चिंता का विषय बन चुकी है.
चार में तीन परिवार जहरीली हवा से प्रभावित
लोकलसर्कल्स (LocalCircles survey) द्वारा 44,000 से ज़्यादा दिल्ली के निवासियों पर किए गए एक सर्वे के मुताबिक, दिल्ली–NCR के चार में से तीन परिवारों ने कहा कि वे पहले से ही जहरीली हवा का असर महसूस कर रहे हैं. लगभग 42% घरों में किसी न किसी सदस्य को गले में खराश या खांसी है, जबकि 25% घरों में आंखों में जलन, सिरदर्द या नींद न आने की समस्या है. लगभग 17% घरों में सांस लेने में तकलीफ़ या अस्थमा के गंभीर लक्षण देखे गए.
रिपोर्ट में और क्या है?
सर्वे में ये भी पता चला कि 44% परिवार बाहर जाने से बचने और खाने-पीने की चीजों या सप्लीमेंट्स से इम्यूनिटी बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि 31% ने अपने घरों में एयर प्यूरीफायर लगवा दिए हैं. कुछ लोग प्रदूषण से जुड़ी समस्याओं के लिए डॉक्टर से परामर्श लेने या ऑनलाइन मेडिकल सेवाओं का सहारा लेने लगे हैं.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने क्या कहा ?
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिवाली के बाद दिल्ली में PM2.5 स्तर 488 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक बढ़ गया, जो पिछले पांच सालों में सबसे उच्च स्तर है और त्योहार से पहले के 156.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से तीन गुना से भी ज्यादा है. यह बढ़ोतरी 20 अक्टूबर की रात शुरू हुई और 21 अक्टूबर की सुबह तक जारी रही, जिससे पूरे इलाके में कई दिनों तक घना, जहरीला धुंध छाया रहा.

