प्रयागराज में ‘इस्लामिक जिहाद के खिलाफ और हिंदू राष्ट्र निर्माण’ के नाम से संत सम्मेलन की तैयारी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ‘संत सम्मेलन’ के बड़े आयोजन की तैयारी चल रही है, जिसमें अतिथि के तौर पर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती को शामिल किया गया है. प्रयागराज में यह हिंदुत्व कार्यक्रम धर्म संसद कोर कमेटी द्वारा आयोजित किया जा रहा है, हाँ, वही लोग जो हरिद्वार धर्म संसद के लिए जिम्मेदार हैं. उपस्थिति में स्वामी प्रबोधानंद, स्वामी आनंद स्वरूप और धर्म संसद समूह के अन्य प्रमुख सदस्य हैं. इसका आयोजन 29 जनवरी, शनिवार को किया जायेगा और इसके लिए शहर भर में बड़े बड़े बैनर, पोस्टर लगाए गए हैं.

मेघनाद बोस ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि आयोजन की पूर्व संध्या पर, धर्म संसद कोर कमेटी के सदस्य स्वामी आनंद स्वरूप ने प्रयागराज में घोषणा की, ‘यहां भक्तों के लिए हमारा संदेश ‘योगी हैं तो सब होगा’, इसलिए कृपया योगी को यूपी में सत्ता में वापस लाएं!

अब सवाल यह पैदा होता है कि क्या धर्म संसद सदस्यों द्वारा यूपी में चौतरफा राजनीतिक प्रचार किया जा रहा है? आखिर यह सब क्यों और किसके कहने पर किया जा रहा है? किसके लिए किया जा रहा है? आखिर इसकी ज़रूरत ही क्या है?

बता दें कि उत्तराखंड के हरिद्वार में 17 दिसंबर से 19 दिसंबर तक धर्म संसद हुई थी. इसमें मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे बयान दिए गए थे. हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण का वीडियो सामने आने के बाद बवाल मच गया था. इस धर्म संसद में एक वक्ता ने कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए हिंदुओं को हथियार उठाने की जरूरत है. किसी भी हालत में देश में मुस्लिम प्रधानमंत्री न बने. मुस्लिम आबादी बढ़ने पर रोक लगानी होगी.

हरिद्वार धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के लिए पुलिस ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और यति नरसिंहानंद गिरी को गिरफ्तार किया है.

रायपुर में 25 और 26 दिसंबर को धर्म संसद का आयोजन किया गया था. इस धर्म संसद में कई साधु संत शामिल हुए थे. इस आयोजन में 26 दिसंबर को महाराष्ट्र के अकोला निवासी कालीचरण ने भरे मंच से महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग किया था. साथ ही उन्होंने राष्ट्रपिता की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का भरे मंच से महिमामंडन किया. जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने 30 दिसंबर 2021 को कालीचरण को मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया था और कोर्ट ने कालीचरण को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.

हरिद्वार में हुई धर्म संसद के चर्चाओं में आने के बाद अलीगढ़ में होने वाली धर्म संसद को चुनाव व कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए स्थगित कर दिया गया था और अब 29 जनवरी को प्रयागराज में हो रहे माघ मेले में संत सम्मेलन के आयोजन की तैयारी चल रही है, जिसका निर्णय धर्म संसद की कोर कमेटी ने लिया है. कहा जा रहा है कि इसके बाद अलग-अलग जगहों पर धर्म संसद का आयोजन किया जाएगा.

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