कर्नाटक के कॉलेजों में चल रहे हिजाब बनाम भगवा के विवाद में नोबेल प्राइज विजेता और पाकिस्तानी एक्टिविस्ट मलाला युसुफ़ज़ई भी कूद गई हैं. उन्होंने इस मुद्दे पर ट्वीट कर अपनी राय रखी है.
मलाला युसुफ़ज़ई ने लिखा है कि ‘हमें कॉलेज में पढ़ाई और हिजाब के बीच एक को चुनने के लिए मजबूर किया जा रहा है. लड़कियों को हिजाब में स्कूल जाने से मना करना ख़ौफ़नाक है. यह महिलाओं का हक है कि वह कम या ज्यादा कपड़े पहनें. भारतीय नेताओं को मुस्लिम महिलाओं के हाशिए पर जाने से रोकना चाहिए.’
वहीं दूसरी तरफ भगवा शाल पहने छात्र, हिजाब पहनी लड़की का पीछा करते हुए वीडियो सामने आने के बाद ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लड़की की तारीफ की है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ‘मैं लड़की के मां-बाप को सलाम पेश करता हूं. इस लड़की ने मिशाल पेश की है. भीख मांगकर और रोकर कुछ भी नहीं मिलेगा. उस लड़की ने कई कमजोरों को पैगाम दिया है. लड़की ने जो किया वह बहुत हिम्मत का काम था.’
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने से जुड़े विवाद के बीच शनिवार को कहा था कि हिजाब को शिक्षा के रास्ते में लाकर भारत की बेटियों के भविष्य को छीना जा रहा है.
बता दें कि हिजाब को लेकर विवाद जनवरी में उस समय शुरू हुआ जब कर्नाटक के उडुपी के सरकारी गर्ल्स पीयू कॉलेज की 6 छात्राओं ने हिजाब पहनने के कारण क्लास में एंट्री नहीं देने का आरोप लगाया था. इस विवाद के बाद वहां हिजाब बनाम भगवा की लड़ाई शुरू हो गई. उडुपी और चिकमगलूर में भगवा छात्रों ने मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने पर आपत्ति जताई थी.
कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर जबरदस्त हंगामा जारी है. कल दिनभर कॉलेजों में भगवा शाल पहने छात्रों ने हिजाब के विरोध में प्रदर्शन करते रहे. इसके बाद राज्य सरकार ने अगले तीन दिन के लिए स्कूल-कॉलेज बंद करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी थी.