आम आदमी पार्टी (आप) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, पार्टी के विधायक राघव चड्ढा, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के संकाय सदस्य संदीप पाठक, शिक्षाविद् अशोक कुमार मित्तल और व्यवसायी संजीव अरोड़ा को पंजाब से राज्यसभा के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनाया है.
पार्टी के सभी पांच उम्मीदवार अपने नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए यहां पंजाब विधानसभा परिसर पहुंचे.
पंजाब से राज्यसभा के पांच सदस्यों …. सुखदेव सिंह ढींडसा (शिरोमणि अकाली दल), प्रताप सिंह बाजवा (कांग्रेस), श्वेत मलिक (भाजपा), नरेश गुजराल (शिरोमणि अकाली दल) और शमशेर सिंह दुल्लो (कांग्रेस) का कार्यकाल नौ अप्रैल को समाप्त हो रहा है.
हरभजन सिंह पूर्व भारतीय स्पिनर हैं, जबकि मित्तल फगवाड़ा स्थित ‘लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी’ (एलपीयू) के संस्थापक हैं. चड्ढा पंजाब में ‘आप’ के राजनीतिक मामलों के सह-प्रभारी हैं और दिल्ली के राजिंदर नगर से विधायक भी हैं, जबकि पाठक आईआईटी दिल्ली में सहायक प्रोफेसर हैं और अरोड़ा लुधियाना के कपड़ा व्यवसायी हैं.
Chandigarh | Former cricketer Harbhajan Singh files nomination for Rajya Sabha from Punjab. AAP nominated him as one of its candidates. pic.twitter.com/Gpk3mqxvG9
— ANI (@ANI) March 21, 2022
सभी पांच उम्मीदवारों का संसद के उच्च सदन के लिए चुना जाना तय है, क्योंकि ‘आप’ ने हाल ही में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीटें जीती थीं.
नामांकन दाखिल करने के बाद हरभजन सिंह ने कहा कि वह खेलों को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे.
राज्यसभा के लिए ‘आप’ की सूची में हिंदू समुदाय के चार और एक सिख सदस्य के शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता एवं मौजूदा विधायक सुखपाल खैरा ने ट्वीट किया, ‘अगर आम आदमी पार्टी द्वारा संभावित राज्यसभा उम्मीदवारों की यह सूची सही है तो यह पंजाब के लिए सबसे दुखद खबर होगी और यह हमारे राज्य के लिए पहला भेदभाव होगा. हम किसी भी गैर पंजाबी को नामांकित किए जाने का कड़ा विरोध करते हैं. यह ‘आप’ के कार्यकर्ताओं के साथ भी एक मजाक है, जिन्होंने पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की है.’
इस बीच, शिरोमणि अकाल दल (शिअद) के नेता हरचरण बैंस ने भी राज्यसभा नामांकन के लिए ‘आप’ की आलोचना की.
बैंस ने कहा, ‘मंत्रिमंडल गठन के दौरान आप की पंजाब इकाई के जाति एवं धार्मिक संवेदनशीलता के सम्मान करने को लेकर बहुत कुछ कहा गया था. हालांकि, यह मानदंड बहस का विषय है, अगर इसे लागू किया जाता है, तो आप के राज्यसभा उम्मीदवारों के बारे में क्या कहेंगे? चार हिंदू, उनमें से दो गैर-पंजाबी और एक सिख. जाट, दलित, मुस्लिम, इसाई कोई नहीं.’
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि सोमवार है, जबकि नामांकन दस्तावेजों की जांच मंगलवार को की जाएगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 24 मार्च है.
राज्यसभा की छह राज्यों में 13 सीटों के लिए 31 मार्च को मतदान होना है. मतगणना भी उसी दिन की जाएगी. चुनाव प्रक्रिया दो अप्रैल से पहले पूर्ण की जानी है.
(इनपुट पीटीआई भाषा)