इस्लामाबाद: इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार को मुख्य सहयोगी और मुख्य गठबंधन सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम) ने विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के साथ मिलकर एक बड़ा झटका दिया है.
पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट किया, ‘संयुक्त विपक्ष और एमक्यूएम एक समझौते पर पहुंच गए हैं. राबता समिति एमक्यूएम और पीपीपी सीईसी उक्त समझौते की पुष्टि करेंगे. इसके बाद हम कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के साथ विवरण साझा करेंगे.’
متحدہ اپوزیشن اور ایم کیوایم کے درمیان معاہدہ ہوچکا ہے، ایم کیوایم کی رابطہ کمیٹی اور پی پی پی کی سینٹرل ایگزیکٹو کمیٹی مذکورہ معاہدے کی توثیق کریں گے، جس کے بعد ہم انشاء اللہ کل میڈیا کو پریس کانفرنس میں تفصیلات بتائیں گے۔
مبارک ہو پاکستان https://t.co/60GpbqFmAA— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) March 29, 2022
ईटीवी भारत खबर के अनुसार, वर्तमान में इमरान खान सरकार ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव या अविश्वास प्रस्ताव से पहले देर रात के पाकिस्तान की संसद के निचले सदन में अपना बहुमत खो दिया है. सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी एमक्यूएम-पी (MQM-P) ने इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार से अलग होने के फैसले के बाद पाकिस्तान के संयुक्त विपक्ष में अब नेशनल असेंबली के 177 सदस्य हैं, जो 164 एमएनए (नेशनल असेंबली के सदस्य) के साथ बचा है. खासकर पीएम इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को सफल बनाने के लिए, पाकिस्तान के संयुक्त विपक्ष को 172 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता है. पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य हैं, जिसमें मैजिक ऑंकड़े 172 हैं. पीटीआई के नेतृत्व वाला गठबंधन 179 सदस्यों के समर्थन से बना था लेकिन अब एमक्यूएम-पी के छोड़ने के बाद पीटीआई 164 सदस्यों के साथ खड़ी है.
समर्थन में और विपक्ष के पास अब नेशनल असेंबली में समर्थकों के 177 सदस्य हैं और उन्हें असंतुष्ट PTI MNA के समर्थन की आवश्यकता नहीं है. इसी बीच इमरान खान ने आरोप लगाया कि कुछ लोग विदेशी फंड की मदद से उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं. संघीय मंत्री असद उमर ने दावा किया कि पीएम पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) उमर अता बंदियाल को वापस करने के लिए एक पत्र दिखाने के लिए तैयार हैं.
इमरान खान ने अपनी रैली के दौरान कहा था कि पाकिस्तान में सरकार बदलने के लिए विदेशी धन के जरिए कोशिशें की जा रही हैं. हमारे लोगों का इस्तेमाल किया जा रहा है. हमें लिखित में धमकी दी गई है लेकिन हम राष्ट्रीय हित से समझौता नहीं करेंगे. एमक्यूएम-पी ने विपक्ष को समर्थन देने का फैसला तब किया जब दोनों पक्षों ने प्रशासक कराची मुर्तजा वहाब द्वारा तैयार किए गए एक मसौदे पर हस्ताक्षर किए.
पाकिस्तान के जियो टीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि हस्ताक्षर करने वालों में नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी भी शामिल हैं. एमक्यूएम-पी नेता फैसल सुब्जवारी ने एमक्यूएम-पी के विपक्ष के साथ होने की रिपोर्ट की पुष्टि की और ट्वीट किया, ‘संयुक्त विपक्ष और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान के बीच समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया है. एक बयान में एमक्यूएम-पी के प्रवक्ता ने भी पुष्टि की कि पार्टी की राबता समिति आज दोपहर 2 बजे उनके बहादुराबाद कार्यालय में बैठक करेगी, जहां मसौदा अनुसमर्थन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा.’