नयी दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 2,897 नए मामले सामने आने से देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,31,10,586 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 19,494 रह गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में संक्रमण से 54 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,24,157 हो गई है. देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 19,494 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.05 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 143 की कमी दर्ज की गई. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.74 प्रतिशत है.
अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.61 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.74 प्रतिशत है. देश में अभी तक कुल 4,25,66,935 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है. वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 190.67 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं.
गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे.
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे. पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 54 मामले सामने आए, जिनमें केरल में 48, महाराष्ट्र में दो और दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश से एक-एक व्यक्ति की मौत हुई.
देश में अभी तक संक्रमण से कुल 5,24,157 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,47,849, केरल में 69,325, कर्नाटक में 40,105, तमिलनाडु में 38,025, दिल्ली में 26,183, उत्तर प्रदेश में 23,511 और पश्चिम बंगाल में 21,203 लोगों की मौत हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.
(इनपुट पीटीआई-भाषा)