नई दिल्ली: 2022 के हीटवेव के कारण भारत और पाकिस्तान में कम से कम 90 लोगों की मौत होने का अनुमान है. एट्रिब्यूशन अध्ययन में इस बात की जानकारी दी गई.
अध्ययन में कहा गया है कि यह संख्या किसी आधिकारिक रिकॉर्ड से नहीं है, यह ज्यादातर मीडिया रिपोटरें पर आधारित है.
अध्ययन करने वाले जलवायु वैज्ञानिकों ने कहा कि पाकिस्तान और भारत में, अत्यधिक गर्मी उन लोगों के लिए ज्यादा परेशानी का कारण बनती हैं, जिन्हें दैनिक मजदूरी (जैसे स्ट्रीट वेंडर, निर्माण और खेत में काम करने वाले, ट्रैफिक पुलिस) के लिए बाहर जाना पड़ता है और परिणामस्वरूप घर पर लगातार बिजली और कूलिंग तक पहुंच की कमी होती है, जिससे गर्मी से निपटने के उनके विकल्प सीमित हो जाते हैं.
हालांकि, संख्या के स्रोत के बारे में पूछे जाने पर, नीदरलैंड्स के द हेग में रेड क्रॉस रेड क्रिसेंट क्लाइमेट सेंटर की वैज्ञानिकों में से एक अदिति कपूर ने कहा कि ये ज्यादातर मीडिया रिपोटरें पर आधारित हैं. अभी तक कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है और कई मामलों में, मृत्यु के कारण के रूप में हीट स्ट्रोक का कोई प्रत्यक्ष उल्लेख नहीं है.
वैज्ञानिकों की बहु-लेखक टीम ने कहा कि जीवन और आजीविका के नुकसान से बचने के लिए और अधिक वामिर्ंग को कम करना आवश्यक है.
—आईएएनएस