लखनऊ: भारत से सऊदी अरब हज यात्रा पर गए हज यात्रियों में से अब तक पांच भारतीय हज यात्रियों की मौत हुई है. जानकारी के मुताबिक, इन सभी यात्रियों की मौत स्वाभाविक हुई है. जिसमें उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर की रहने वाली 53 वर्षीय मोमिना खातून भी शामिल हैं. उनकी मौत 20 जून को दिल का दौरा पड़ने से मक्का में हो गई. वह अपने पति के साथ 11 जून को लखनऊ एयरपोर्ट से हज के लिए रवाना हुई थीं.
ज़ी सलाम रिपोर्ट के अनुसार, भारत से गए हज यात्रियों में अब तक मरने वालों में 4 महिला, एक पुरुष शामिल हैं, जिसमें 3 लोगो की मौत मक्का, 2 की मौत मदीना में हुई है. इनमें अबू बकर की 9 जून को मदीना, मुमताज बानो की 14 जून को मक्का, शमशाद बेगम की 20 जून को मदीना, मोमिना खातून की 20 जून को मक्का और रूकैया की मौत 22 जून को मक्का में हुई है.
सभी को किया गया सुपर्द ए ख़ाक
गौरतलब है कि मुसलमान मक्का मदीना की जमीन पर मौत के बाद दफन होने को अपनी खुशनसीबी मानते हैं, इसलिए जानकारी के मुताबिक, इन मरने वाले हाजियों को सऊदी में ही मक्का और मदीना के कब्रिस्तानों में दफ्न कर दिया गया है.
याद रहे कि भारत समेत दुनिया भर से मुसलमान हज के महीने में मक्का मदीना की तरफ रूख़ करते हैं और अपना मज़हबी फ़रीज़ा अंजाम देते हैं. जिसमें से सऊदी अरब में बड़ी तादाद में विदेशों से आए लोगों की स्वाभाविक मौत भी हो जाती है जिसके कफन दफन की जिम्मेदारी सऊदी हुकूमत की देखरेख कर रही कमेटियां अंजाम देती हैं.
सऊदी अरब में हज के लिए उड़ानों की तादाद बढ़ी
अमीरात एयरलाइन्स ने जेद्दा और मदीना के लिए रोज़ाना के विमानों की संख्या और उड़ानें बढ़ाने का फ़ैसला किया है. ये फ़ैसला हज-यात्रियों की बढ़ी हुई तादाद के कारण लिया गया है.
बीते दो साल कोरोना के कारण हज यात्रा के लिए आने वालों की संख्या बेहद सीमित कर दी गई थी लेकिन अब जब कोरोना का कहर कुछ कम हुआ है तो सऊदी अरब बड़े पैमाने पर हज यात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार है.