नई दिल्ली: राजस्थान के बूंदी से मौलाना मुफ्ती नदीम को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुफ्ती नदीम पर नूपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ बयान देने का आरोप लगा है. उदयपुर की घटना के बाद से ही मौलाना की गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई थी.
मिल्लत टाइम्स रिपोर्ट के अनुसार, उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के बाद मौलाना मुफ्ती को गिरफ्तार नहीं करने पर पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे थे. इसी कारण आज मुफ्ती नदीम को गिरफ्तार किया गया. दरअसल 27 दिन पहले बूंदी कलेक्ट्रेट पर मौलाना मुफ्ती नदीम ने नूपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया था.
Bundi, Rajasthan | Police have arrested two accused under 153A, 153B, 295A IPC. They have been sent to 14-day judicial custody: Hari Singh Meena, Public Prosecutor https://t.co/LmMMqzqJpX pic.twitter.com/LN57535CEi
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 1, 2022
वहीं, कोतवाली थाने के बाहर मौलाना के समर्थक जुटना हुए शुरू हो गए हैं. इसको देखते हुए थाने के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. बूंदी जिला कलेक्ट्रेट पर बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मौलाना मुफ्ती नदीम अख्तर ने कहा था, ‘अगर कोई आंख उठाएगा उसकी आंख नोच लेंगे, अगर कोई उंगली उठाएगा तो उसकी उंगली तोड़ देंगे. कोई हाथ उठाएगा तो हाथ काट देंगे.’
उन्होंने कहा आगे कहा था, ‘हमारे मोहम्मद पैगंबर के खिलाफ बोलने वालों पर कार्रवाई नहीं करेगा और एक्शन नहीं लेगा तो मुस्लिम समाज रिएक्शन करना भी जानता है.
उन्होंने बूंदी में कहा था कि हमने जब भी किसी के खिलाफ आवाज उठाई है तो वह बचा नहीं है. हैरानी की बात यह है कि मौलाना को तो गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फटकार के बाद भी नूपुर शर्मा को अभी तक गिरफ्तार नही किया गया है.
#Rajasthan: Maulana Mufti Nadeem, who threatened Hindus to gouge eyes and chop hands in the #Bundi district of Rajasthan, has been arrested by the Bundi Kotwali police after 28 days.#Kafirophobia #AttackOnHindus #NupurSharma pic.twitter.com/Fa9fht4GQo
— Organiser Weekly (@eOrganiser) July 1, 2022
बता दें कि पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को लेकर दिए गए विवादित बयान के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को राहत देने से इनकार कर दिया और कड़ी फटकार लगाई. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उदयपुर समेत पूरे देश में जो हो रहा है उसके लिए नूपुर जिम्मेदार हैं. उसकी अनियंत्रित जुबान ने पूरे देश में आग लगा दी है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनका (शर्मा का) अपनी ‘जुबान पर काबू नहीं’ है और उन्होंने ‘गैर-जिम्मेदाराना बयान दिए हैं और वह 10 साल से वकील होने का दावा करती हैं. उन्हें अपनी टिप्पणियों के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए थी.’