नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने जनसंख्या विस्फोट पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बेतहाशा जनसंख्या वृद्धि किसी मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत है. इसे धर्म से जोड़ना जायज नहीं है.
ईटीवी इंडिया रिपोर्ट के अनुसार, जनसंख्या दिवस पर योगी आदित्यनाथ ने एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े, लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि जनसांख्यिकी असंतुलन पैदा न होने पाए.
उन्होंने कहा कि ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की स्पीड और उनका प्रतिशत ज्यादा हो और जो मूल निवासी हैं, जागरूकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या नियंत्रिण कर असंतुलन पैदा कर दिया जाए.
सीएम योगी ने कहा था कि जिन देशों की जनसंख्या ज्यादा होती है, वहां जनसंख्या असंतुलन चिंता का विषय है क्योंकि रिलीजियस डेमोग्राफी पर भी इसका असर पड़ता है. एक समय के बाद वहां अव्यवस्था और अराजकता जन्म लेने लगती है, इसलिए जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयासों से जाति, मत-मजहब, क्षेत्र, भाषा से ऊपर उठकर समाज में समान रूप से जागरूकता के व्यापक कार्यक्रम के साथ जुड़ने की जरूरत है.
बेतहाशा जनसंख्या विस्फोट किसी मज़हब की नहीं,मुल्क की मुसीबत है,इसे जाति,घर्म से जोड़ना जायज़ नहीं🙏 #populationday2022
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) July 11, 2022
सपा ने जताया विरोध
उधर, समाजवादी पार्टी ने भी इस बयान पर आपत्ति जताई है. पार्टी ने बयान देते हुए कहा कि ज्यादा जनसंख्या किसी भी देश के लिए समस्या होती है, लेकिन सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि कैसे उस समस्या का समाधान हो और कैसे देश विकास के रास्ते पर जाएं और उन्नति करें. साथ ही कैसे रोजगार बड़े और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो यह भी सरकार की जिम्मेदारी होती है, सरकार इससे भाग नहीं सकती है.