मंगलुरु: कर्नाटक में सांप्रदायिक आग थमने का नाम नहीं ले रही है। दक्षिण कन्नड़ के सुरथकल में हुए मोहम्मद फाजिल हत्याकांड के सिलसिले में मंगलुरु पुलिस ने छह और लोगों को गिरफ्तार किया है।
हिन्दुस्तान न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने इस मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि फाजिल की हत्या करने वालों का कोई निश्चित उद्देश्य नहीं था। न वो पहले से एक-दूसरे को जानते थे। हत्यारोपी तीन दिनों के भीतर एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। दरअसल, इस गैंग का मकसद सिर्फ ‘किसी की भी हत्या करना’ था। यह पूछे जाने पर कि क्या यह प्रवीण नेत्तारू की हत्या का प्रतिशोध था, उन्होंने कहा कि इस मामले में और पूछताछ की जरूरत है।
मंगलवार को पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने कहा कि हत्यारोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि वे “किसी की हत्या करना चाहते थे”। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सुहास शेट्टी (29), मोहन सिंह उर्फ नेपाली मोहन (26), गिरिधर (23), अभिषेक (21), श्रीनिवास (23) और दीक्षित (21) शामिल हैं। आरोपी पहले भी कई वारदातों में शामिल रहे हैं।
सात लोगों की लिस्ट में सलेक्ट हुआ फाजिल
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आरोपी 26 जुलाई की शाम से फाजिल की हत्या की योजना बना रहे थे। आरोपियों में सुहास शेट्टी एक हिस्ट्रीशीटर है। आरोपी के पास लगभग सात लोगों की सूची थी, लेकिन आखिरकार उसने फाजिल को मारने का फैसला किया और घटना वाले दिन उस पर कड़ी नजर रखी।
आरोपी एक दूसरे के संपर्क में कैसे आए
शशि कुमार ने बताया, “आरोपी एक-दूसरे को नहीं जानते थे, लेकिन वे एक-दूसरे को कॉमन फ्रेंड्स से जानते थे। सुहास ने अपने दोस्त अभिषेक को फोन किया और लंबी चर्चा की जिसमें उसने बाद वाले से कहा कि 26 जुलाई की शाम तक वे किसी की हत्या कर दें। उन्होंने इसके लिए और लोगों और हथियारों को इकट्ठा करने का फैसला किया।”
हत्या की प्लानिंग
उन्होंने कहा कि 27 जुलाई को वे सूरथकल के एक होटल में गए जहां अभिषेक और सुहास एक अन्य आरोपी शशिधर से मिले। उन्होंने उससे कहा कि उन्हें किसी की हत्या करनी है और जिसके लिए उन्हें गाड़ी और अन्य लोगों की जरूरत है। इसके लिए एक अन्य आरोपी मोहन से संपर्क किया गया।
फाजिल ही क्यों चुना
फाजिल की हत्या के लिए मोहन ने कार की व्यवस्था की और अगले दिन मोहन और गिरिधर उसे उठा लेते हैं। शशि कुमार के अनुसार, “27 जुलाई को मोहन, गिरिधर और सुहास मीटिंग करते हैं और संभावित लक्ष्यों की तलाश करते हैं और अंत में, फाजिल को लक्ष्य के रूप में चुना गया। हम जो समझते हैं वह यह है कि उसका नाम हत्या के लिए सुझाया गया था और उन्होंने उस पर फैसला किया। उन्हें विशेष रूप से क्यों चुना गया, इसकी अभी भी जांच की जा रही है।”
इसके बाद 28 जुलाई को उस हत्या को अंजाम दिया। जबकि मोहन, सुहास और अभिषेक ने हत्या को अंजाम दिया। श्रीनिवास पुलिस और अन्य पर नजर रख रहा था, दीक्षित बैकअप के रूप में कार के अंदर था।
गौरतलब है कि सूरथकल के कटिपल्ला के मंगलापेटे निवासी 23 वर्षीय मोहम्मद फाजिल की 28 जुलाई को एक दुकान के सामने हत्या कर दी गई थी। रविवार को पुलिस ने अपराध के लिए इस्तेमाल की गई कार के मालिक 34 वर्षीय अजित क्रास्टा को गिरफ्तार किया था।