नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सभी घरों में तिरंगा लगाने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. ओवैसी ने कुछ घंटे पहले एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. उसमें उन्होंने लिखा कि ऑर्गेनाइजर पत्रिका आरएसएस का मुखपत्र है. 17 जुलाई 1947 को उन्होंने कहा था कि देश के राष्ट्रीय ध्वज का रंग भगवा होना चाहिए. देश के पीएम कहते हैं कि आरएसएस उनकी नींव है, उन्हें इससे प्रेरणा मिली है.
.@RSSorg कहता है तिरंगे में तीन रंग बुरे हैं, PM @narendramodi और @BJP4India को बताना चाहिए कि संघ के विचार सही है या गलत? – Barrister @asadowaisi pic.twitter.com/mk4lWPbbKl
— AIMIM (@aimim_national) August 4, 2022
असदुद्दीन ओवैसी ने साधा पीएम मोदी और आरएसएस पर निशाना
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि आरएसएस पत्रिका ने ये भी कहा है कि झंडे में तीन रंग बुरे हैं. प्रधानमंत्री और भाजपा को बताना चाहिए कि उन्होंने जो कहा है वह सही है या गलत, ये उन्हें स्पष्ट करना चाहिए.
.@PMOIndia said #RSS was his “foundation” & “inspiration to live for nation”. He’s asking us to put tiranga DPs & take out rallies, but RSS had rejected independent India & 🇮🇳. RSS mouthpiece Organiser, reflecting its views demanded that bhagwa flag be national flag (17.7.47)1/n
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 4, 2022
ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार हमसे तिरंगा डीपी लगाने और रैलियां निकालने के लिए कह कह रही है, लेकिन आरएसएस ने स्वतंत्र भारत और तिरंगे को खारिज कर दिया था. आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइज़र ने अपने विचार व्यक्त करते हुए मांग की थी कि देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा नहीं बल्कि भगवा हो.
[Cont] “The word three is in itself an evil, and a flag having three colours will certainly produce a very bad psychological effect” n/n
Source: Shamsul Islam, Hindu Nationalism & RSS
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 4, 2022
ओवैसी का दावा, खुश नहीं था आरएसएस
नवभारत टाइम्स रिपोर्ट के अनुसार, ओवैसी ने कहा कि आजादी के बाद जब देशभक्त भारतीयों ने भारतीय स्वतंत्रता का जश्न मनाया तब आरएसएस नाराज था. आरएसएस ने स्वतंत्रता आंदोलन में कोई भूमिका नहीं निभाई. 14.8.1947 को हिंदू राष्ट्र और खुले तौर पर तिरंगे का अपमान करने की मांग करते हुए एक लंबा हंगामा किया था.