शिमोगा (कर्नाटक): शिमोगा के अमीर अहमद सर्कल में वी. डी. सावरकर और मैसूरु के शासक रहे टीपू सुल्तान के पोस्टर लगाने को लेकर हुए विवाद में सोमवार को दो युवकों पर चाकू से हमला कर दिया गया. युवकों का इलाज चल रहा है.
चाकूबाजी की घटना के बाद हालात तनावपूर्ण हैं. इलाके में तनाव को देखते हुए पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है. वहीं, भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. शिमोगा के कलेक्टर ने मंगलवार को शहर और भद्रावती टाउन लिमिट में स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है. कलेक्टर ने कहा कि इन दोनों जगहों पर 18 अगस्त तक धारा 144 लागू रहेगी.
जागरण की खबर के अनुसार, इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है. शहर में 18 अगस्त तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है. चाकूबाजी करने वाले बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गई है.
Shivamogga, Karnataka | Section 144 of the CrPC imposed after a group of Tipu Sultan followers tried to remove banners of VD Savarkar to install Tipu Sultan's banners in the Ameer Ahmad circle of the city. pic.twitter.com/rwyHdtnX1k
— ANI (@ANI) August 15, 2022
न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, एडीजीपी कानून और व्यवस्था आलोक कुमार ने बताया कि ‘शिमोगा हिंसा मामले में 4 आरोपियों की पहचान की गई है और 2 को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है. 2 अन्य की तलाश की जा रही है. कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’
शिवमोग्गा हिंसा मामला | 4 आरोपियों की पहचान की गई है और 2 को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है, 2 अन्य की तलाश की जा रही है। कड़ी कार्रवाई की जाएगी: आलोक कुमार, एडीजीपी कानून और व्यवस्था (15.08) pic.twitter.com/yvDilCrhfg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 16, 2022
जानें- क्या है पूरा मामला
76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान एक समूह ने सर्कल में हाई मास्ट लाइट पोल पर सावरकर का पोस्टर लगाने का प्रयास किया. कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और वहां टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाने का प्रयास किया. इससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई. दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में जमा हो गए. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. बाद में अधिकारियों ने उस स्थान पर राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया. वहीं, भाजपा ने प्रदर्शन कर मांग की कि सावरकर के पोस्टर को लगाने की अनुमति दी जाए.
दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा, घटना नहीं होनी चाहिए थी. मैंने शांति भंग करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है.