अमेठी: मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में आज तहसील अमेठी में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान प्राप्त शिकायतों अथवा आवेदन पत्रों को समय अंतर्गत एवं गुणवत्ता बद्ध तरीके से निस्तारण कराने हेतु मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. तत्पश्चात मुख्य विकास अधिकारी अमेठी द्वारा विकासखंड अमेठी की ग्राम पंचायत परसावां एवं बेनीपुर का औचक निरीक्षण किया, जिसका ग्राम पंचायत वार विवरण निम्न वत है-
ग्राम पंचायत परसावां में संचालित अस्थाई गोवंश संरक्षण केंद्र का निरीक्षण:-
मुख्य विकास अधिकारी अमेठी द्वारा सर्वप्रथम ग्राम पंचायत परसावां में संचालित अस्थाई गोवंश संरक्षण केंद्र का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के समय खंड विकास अधिकारी अमेठी अपने अधीनस्थ अधिकारियों अथवा कर्मचारियों के साथ उपस्थित रहे.
मौके पर गोवंश संरक्षण केंद्र पर 37 गोवंश संरक्षित पाए गए. पर्याप्त मात्रा में भूसा पाया गया एवं गोवंश के खाद्य हेतु हरे चारे की बुवाई भी की गई है.

केंद्र पर दो केयरटेकर कार्यरत हैं जिनके माह नवंबर तक के पारिश्रमिक का भुगतान किया जा चुका है. शीतकाल से बचाव हेतु चारों ओर पल्ली लगाई गई है गोवंश के पेयजल की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई, किंतु मौके पर साफ सफाई की व्यवस्था असंतोषजनक पाई गई जिस हेतु खंड विकास अधिकारी अमेठी को निर्देशित किया गया कि अभिलंब केंद्र की साफ सफाई की व्यवस्था संतोषजनक करा कर एंटी लारवा की दवा का छिड़काव भी कराएं.
टीन शेड के ऊपर शीतकालीन के प्रभाव से अधिक सुरक्षा हेतु पुलाव भी रखवा ना सुनिश्चित करें इसके अतिरिक्त यह भी निर्देश दिए गए कि भूसा एवं हरा चारा पर्याप्त मात्रा में सदैव गोवंश को उपलब्ध होता रहे इसका विशेष ध्यान दिया जाए समय समय पर पशु चिकित्सा अधिकारी गोवंश संरक्षण केंद्र का निरीक्षण करते रहें एवं अस्वस्थ गोवंश का तत्काल से ही इलाज अथवा उपचार प्रारंभ कर दिया जाए इसका भी विशेष ध्यान दिया जाए.
तदोपरांत ग्राम पंचायत बेनीपुर में संचालित निर्माण कार्य एफएसटीपी का भी निरीक्षण किया गया जिस का विवरण निम्न वत है:-
एफएसटीपी प्रोजेक्ट भारत में सभी ग्रामीण क्षेत्रों में से जनपद अमेठी के ग्रामीण क्षेत्रों में पहला और उत्तर प्रदेश में तीसरा है जो जनपद के विकासखंड अमेठी की ग्राम पंचायत बेनीपुर में निर्मित है. इस प्लांट की उपचार क्षमता 3 किलो लीटर प्रतिदिन की है जो 1.92 एकड़ अथवा 7700 स्क्वायर मीटर मे निर्मित है. इस परियोजना से ग्राम पंचायत की अगल-बगल की 11 ग्राम पंचायत एवं नगर पंचायत को लाभ मिल रहा है एवं प्लांट निर्माण की कुल लागत रुपैया 80 लाख है.

