एटा: उत्तर प्रदेश का संभल जिला हिंसा की आग में जल रहा है. इस बीच एटा जिले से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. जहां, एसडीएम (SDM) विपिन कुमार मोरल ने कहा कि ”विवादित भूमि है. जिसका सर्वे संख्या ‘3181 से 3192’ है. यह एक निजी पैतृक संपत्ति है, जैसा कि राजस्व रिकॉर्ड और दरगाह समिति के सदस्यों की मौजूदगी में पूर्व सीमांकन से तस्दीक होती है.” वहीं, एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्याम नारायण सिंह ने कहा कि पुलिस ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए फौरन कार्रवाई की.
ज़ी सलाम की खबर के अनुसार, पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि रविवार शाम को हुई इस घटना में कई लोग घायल हो गए और संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा. इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और 16 नामजद संदिग्धों और करीब 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस के मुताबिक, यह झड़प तब हुई जब कथित तौर पर आरोपी रफीक के नेतृत्व में कुछ लोगों ने अनिल कुमार उपाध्याय और अन्य के स्वामित्व वाली भूमि के एक भूखंड पर निर्माण को रोकने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि भूमि को वक़्फ़ की संपत्ति बताते हुए समूह ने हथौड़ों से एक चारदीवारी को गिरा दिया, एक दर्जन से ज्यादा वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और पथराव किया.
अधिकारियों ने कहा कि 25 नवंबर को पुलिस ने कथित मास्टरमाइंड रफीक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. फरमान उर्फ बंटी और अब्दुल लतीफ के बेटे रफीक के रूप में पहचाने गए दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हम कानून-व्यवस्था का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
जलेसर पुलिस स्टेशन के प्रभारी सुधीर राघव ने कहा कि दंगा, आपराधिक धमकी और सार्वजनिक अशांति पैदा करने के आरोपों के तहत रफीक सहित 16 नामजद व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. राघव ने कहा, “आरोपियों में से एक ने शिकायतकर्ता का गला घोंटने की कोशिश की, जो नुकसान पहुंचाने के स्पष्ट इरादे को दर्शाता है.”
हिंसा की सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्याम नारायण सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजकुमार सिंह स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे. शांति बहाल करने के लिए पीएसी कर्मियों सहित एक बड़ी पुलिस टुकड़ी तैनात की गई थी. सर्किल ऑफिसर (सीओ) नीतीश गर्ग ने कहा कि वायरल वीडियो के जरिए पथराव और तोड़फोड़ में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. उन्होंने कहा, “सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हालात कंट्रोल में है और शांति बहाल हो गई है.”
एसएसपी (SSP) सिंह ने जोर देकर कहा, “हिंसा में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा. किसी भी परिस्थिति में कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं किया जाएगा.” अधिकारियों ने कहा कि शहर में तनाव बना हुआ है, लेकिन फ्लैग मार्च किया गया और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा.