उत्तर प्रदेश में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष शौकत अली ने कहा है कि पार्टी राज्य में भविष्य के चुनावों में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. यह भी दावा किया है कि समाजवादी पार्टी के कई नेता भविष्य में असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होंगे.
अली ने कहा कि मुसलमानों ने हमेशा भाजपा को हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों का समर्थन किया है. लोग अब एआईएमआईएम की ओर आ रहे हैं. हम पूर्वी यूपी, पूर्वांचल, मध्य यूपी और बुंदेलखंड में चुनाव लड़ रहे हैं. समाजवादी पार्टी के नेता एमआईएम में शामिल होंगे.
2017 के चुनावों में बीजेपी ने मीडिया के माध्यम से ध्रुवीकरण किया था. मुसलमानों ने सोचा था कि समाजवादी पार्टी भाजपा को हरा सकती है. आजादी के बाद से, मुसलमानों ने हमेशा भाजपा को हराने के लिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों का समर्थन किया है.
यह कहते हुए कि उनकी पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिंदू-मुस्लिम मुद्दों पर बोलकर कभी ध्रुवीकरण नहीं किया. अली ने कहा, असदुद्दीन ओवैसी ने कभी हिंदू-मुस्लिम मुद्दों के बारे में बात नहीं की. यूपी में मुस्लिम क्षेत्रों में वोट बैंक नहीं है.
साथ ही इस मौके पर AIMIM उत्तर प्रदेश अध्यक्ष @imshaukatali भी मौजूद थे। (2/2)
— AIMIM (@aimim_national) October 10, 2022
उन्होंने मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर समाजवादी पार्टी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब उत्तर प्रदेश में मदरसों का सर्वेक्षण किया जाता है तो अखिलेश यादव चुप रहते हैं.
उन्होंने कहा, समाजवादी पार्टी मुस्लिम मुद्दों पर चुप है. हमारे मदरसों का सर्वेक्षण होने पर अखिलेश भी चुप हैं. समाजवादी पार्टी, बसपा या कांग्रेस में कोई मुस्लिम नेता मुस्लिम कल्याण की बात नहीं करता है. केवल असदुद्दीन ओवैसी करते हैं.
पिछले महीने, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कानपुर में इस्लामिक शैक्षणिक संस्थानों या मदरसों के सर्वेक्षण के आदेश के बाद, असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि सरकार वक्फ संपत्ति को लक्षित कर रही है जो मुसलमानों का व्यवस्थित लक्ष्यीकरण है.
(इनपुट आवाज द वॉयस)