लखनऊ: यूपी विधान-परिषद (एमएलसी) में भाजपा को मिली जीत पर सपा मुखिया अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा की मनमानी और धांधली की सभी हदें पार हो गईं. कहा कि दूसरों को जातिवादी बताने वाली भाजपा की ये सच्चाई है कि एमएलसी चुनाव की 36 सीटों में से कुल 18 पर मुख्यमंत्री के स्वजातीय जीते हैं.
अखिलेश ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र को कुचलने का काम किया है, उसके लिए भाजपा को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा. दूसरों को जातिवादी बताने वाली भाजपा की ये सच्चाई है कि एमएलसी चुनाव की 36 सीटों में से कुल 18 पर मुख्यमंत्री के स्वजातीय जीते हैं. एस.सी.-एसटी, ओबीसी को दरकिनार कर ये कैसा सबका साथ, सबका विकास सामाजिक न्याय को लोकतंत्र के जरिए मजबूत करने की लड़ाई समाजवादी लड़ते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि भाजपा को संविधान, लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की प्रक्रिया में जरा भी विश्वास नहीं है. वह धन-बल और छल से येन-केन-प्रकारेण सत्ता में बने रहने के लिए संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने के साथ ही लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं को भी तार-तार करने में लगी है. पंचायत चुनावों के बाद, आम विधान सभा चुनाव 2022 और अब स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी चुनाव में भाजपा ने लोकतांत्रिक मर्यादाओं को कुचलने का ही काम किया है.
कहा कि सपा ने पहले ही भाजपा की साजिशों के बारे में मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर सचेत कर दिया था कि भाजपा एमएलसी चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है. यह लोकतंत्र और संविधान दोनो का संक्रमण काल है.
ज्ञात हो कि यूपी में 36 एमएलसी सीटों में भाजपा ने 33 सीटों पर जीत दर्ज की है. निर्दलीय के खाते में दो सीटें आई हैं. एक सीट पर पूर्व मंत्री और विधायक रघुराज प्रताप सिंह की नवगठित पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को जीत मिली है. सपा को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. वह अपना खाता भी नहीं खोल सकी. 36 में नौ सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध जीत चुके थे. ऐसे में शेष 27 सीटों के लिए नौ अप्रैल को मतदान हुआ था. कल सुबह मतगणना शुरू हुई. ज्यादातर सीटों के परिणाम पहले चरण की गणना के बाद ही सामने आ गए. 27 सीटों में से 24 पर भाजपा ने जीत हासिल की.
(इनपुट आईएएनएस)