नई दिल्ली: ऑल इंडिया बार एसोसिएशन (एआईबीए) ने केंद्र से बिना किसी देरी के पीएफआई पर तेजी से प्रतिबंध लगाने और विशेष रूप से पीएफआई से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए विशेष अदालतें स्थापित करने का आग्रह किया. 15 राज्यों में कई स्थानों पर पीएफआई पर बड़ी कार्रवाई की गयी है.
ईटीवी भारत की खबर के अनुसार, एनआईए और ईडी की ओर से गुरुवार को पूरे देश में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया. NIA ने 15 राज्यों में 93 जगहों पर छापेमारी की. केरल, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल, बिहार, मणिपुर, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश में छापेमारी हुई. मिल रही जानकारी के अनुसार NIA ने 106 में से 45 गिरफ्तारियां कीं है. इनकी गिरफ्तारी पांच मामलों में हुई है.
एनआईए ने अलग से दर्ज कराई प्राथमिकी रिमांड नोट में कहा है कि PFI मुस्लिम युवाओं को प्रतिबंधित संगठन में शामिल करने के लिए प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है. केंद्र सरकार को विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के पदाधिकारी, सदस्य और कैडर अन्य लोगों के साथ, भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी कृत्यों को करने या करने के लिए भारत और विदेशों से साजिश रच रहे हैं. धन जुटा रहे हैं या एकत्र कर रहे हैं.
वहीं नाम तमिलर काची (एनटीके) के नेता, अभिनेता, निर्देशक और संस्थापक अध्यक्ष, सीमान ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया पर की गई छापेमारी की निंदा की थी.
अभिनेता से नेता बने अभिनेता ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पीएफआई और एसडीपीआई पर एनआईए और ईडी की कार्रवाई प्रतिशोधात्मक प्रकृति की है.
इसके अलावा जमाअत इस्लामी हिन्द के अमीर (अध्यक्ष ) सय्यद सआदतुल्लाह हुसैनी ने एनआईए और ईडी द्वारा पीएफआई के नेतृत्व और कार्यालयों पर छापे और कार्रवाई की निंदा की थी और देश के अन्य व्यक्तियों और संगठनों ने भी इसकी निंदा की थी.