उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने विवादित बयान दिया. संजय निषाद ने ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी पर आए फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि वह इसके लिए जज को बधाई देते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में धार्मिक उन्माद फैला है. देश में जितनी मस्जिद मंदिरों के पास बनी हैं, उन सभी को हटाया जाए.
उत्तर प्रदेश में मदरसों के सर्वे को लेकर संजय निषाद ने कहा कि मदरसों का कनेक्शन आतंकवाद से मिलता रहा है. इसलिए मुस्लिम धर्मगुरु मदरसों पर लगे दाग को धोने के लिए मदरसों के सर्वे का समर्थन करें.
मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री संजय निषाद ने कहा, ‘जहां भी मंदिर है और वहां मस्जिद बनी हुई है… सारे मस्जिदों को, मैं तो चाहूंगा स्वतः ही जिस तरह से राम मंदिर से हट गए और राम मंदिर आराम से बन रहा है और मस्जिद अलग से बन रही है. वैसे ही हर मंदिरों के बगल से मस्जिद हटाई जानी चाहिए. हमें हटने की नहीं, बल्कि भारत की एक दूसरी संस्कृति होने के नाते उन्हें अपने धर्म के अनुसार पूजा का अधिकार है और वे उसको अन्य कहीं भी बना सकते हैं.’
#WATCH जैसे वे लोग राम मंदिर से हट गए, राम मंदिर का निर्माण हो रहा है,मस्जिद अलग से बनेगी वैसे ही हर मंदिर के बगल से मस्जिद हट जानी चाहिए।भारत की संस्कृति है तो हमें हटने की नहीं बल्कि जो दूसरी संस्कृति हैं,उन्हें दूसरी जगह कहीं भी बनाकर पूजा करनी चाहिए:संजय निषाद,मंत्री,UP(14.9) pic.twitter.com/jEJrchhAbN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2022
इस दौरान संजय निषाद ने विपक्ष पर भी जमकर हमला बोला. संजय निषाद ने कहा कि विपक्ष मौलानाओं के साथ मिलकर धार्मिक उन्माद फैलाता था और दंगे कराता था.
साथ ही मौलानाओं पर विवादित बयान देते हुए कहा कि देश में मुल्ला और मौलानाओं ने गरीबी बढ़ाई है और इनके कारण मुस्लिम बच्चे शिक्षा से वंचित है. मौलाना नहीं चाहते कि मुस्लिम बच्चे शिक्षित और जागरूक हों. दरअसल आपको बता दें कि संजय निषाद गुरुवार को बागपत पहुंचे थे जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए विवादित बयान दिया.
(न्यूज़ 18 से इनपुट के साथ)