अलवर दुष्कर्म मामला: पुलिस का दावा, मेडिकल जांच रिपोर्ट में नहीं हुई ‘रेप’ की पुष्टि

राजस्थान के अलवर शहर में एक मूक बधिर नाबालिग के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, अलवर पुलिस अधीक्षक (Alwar Superintendent of Police) ने जानकारी देते हुए कहा कि जयपुर के जेके लोन अस्पताल में 5 डॉक्टरों की एक टीम ने बालिका की मेडिकल जांच की है. उनकी रिपोर्ट अलवर पुलिस को मिल चुकी है.

रिपोर्ट के मुताबिक बालिका के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ है. बालिका पूरी तरह से ठीक है. एसपी ने कहा कि इस मामले में अलवर पुलिस ने करीब ढाई सौ से ज्यादा कैमरों की रिकॉर्डिंग चेक की. पुलिस के पास बालिका के गांव से निकलकर टेंपो में बैठने से लेकर घटनास्थल के पास तक के वीडियो रिकॉर्डिंग मिली है. लास्ट लोकेशन से घटनास्थल के बीच की 10 मिनट की वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं है. उस 10 मिनट में बालिका कहां थी व उसके साथ क्या हुआ इसकी अलवर पुलिस जांच कर रही है.

पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम (Alwar Superintendent of Police Tejaswini Gautam) ने कहा कि बालिका अपने घर से निकली, गांव के बाहर एक टेंपो में बैठी. उसके बाद शहर में अलग-अलग सड़क मार्गों व चौराहों से गुजरी, पुलिस ने उसकी पूरी रिकॉर्डिंग चेक कर ली है. मंगलवार रात को पुलिस को जैसे ही घटना की सूचना मिली. वहां से उसकी पहचान करके सामान्य हॉस्पिटल में भर्ती कराया.

इस मामले की जांच के लिए 6 टीम बनाई थी. एसआईटी का गठन किया गया था. अभी तक के अनुसंधान में जिस ऑटो में वो बैठकर आई थीं, उसके ड्राइवर से बातचीत की गई है. ऑटो में कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं. तिजारा पुलिया तक 7.31 मिनट तक वो कैमरे में रिकॉर्ड हुई है. 7 से 10 मिनट में पुलिस जांच कर रही है. एक मेडिकल बोर्ड ने बालिका की सर्जरी की है. शुक्रवार को उन्होंने एक रिपोर्ट दी है. उससे साफ है कि दुष्कर्म की संभावना नहीं है.

मामला क्या था?

राजस्थान के अलवर शहर में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त किशोरी से (Minor raped in Alwar) दुष्कर्म के बाद आरोपी उसे तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर फेंक कर चले गए थे. मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को कब्जे में लेकर राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया था. पुलिस की तरफ से मामले की जांच पड़ताल जारी है.

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