अमेठी (भेटुआ): सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद आंगनवाड़ी के जरिये पात्रों को मिलने वाले पोषाहार पर होने वाले भ्रष्टाचार को रोका नहीं जा सका.
मामला बाल विकास परियोजना कार्यालय भेटुआ में ही देखने को मिला जहां से सनहा ग्राम पंचायत के परतोष गांव में वितरित होने वाले आंगनवाड़ी पोषाहार को अधिकारियों ने अनधिकृत व्यक्ति को सौंप दिया, वह भी एक बार नहीं बल्कि सात महीने.
भेटुआ के समूहों की देख रेख करने वाले बी एम एम दुर्गेश नन्दन शुक्ला के मुताबिक, शासन के मंशा अनुरूप परतोष आंगनवाड़ी पोषाहार वितरण के लिए साक्षी समूह को राशन उठान हेतु अधिकृत किया गया है और अधिकार पत्र अध्यक्ष प्रमिला शर्मा के नाम पर विकास खण्ड से निर्गत किया गया हैं.
परन्तु बाल विकास परियोजना कार्यालय से अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 के बीच सात महीनों तक सीमा मिश्रा ने उठान किया है जो कि साक्षी समूह की तीन पदाधिकारी में से एक हैं. इन पर नियम विरुद्ध कई समूहों में शामिल होने की जांच चल रही है और वह आशा बहू के पद पर भी कार्यरत हैं.
प्रभारी सीडीपीओ पुष्पा मिश्रा से इस संदर्भ में सवाल करने पर सीडीपीओ का कहना था कि सीमा मिश्रा साक्षी समूह की सदस्य हैं इसलिए उनको पोषाहार आवंटित किया गया, इस विषय में भ्रष्टाचार जैसी कोई बात नहीं है.