Arab countries strongly opposed Israeli attack on Syria: इजराइल द्वारा सीरिया में किए जा रहे हमले का अरब देशों ने कड़ा विरोध जताया है. अरब देशों ने सामुहिक बयान जारी करते हुए सीरिया में इजराइली हमले की कड़ी निंदा की और इसे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया. बता दें कि इजराइल ने गाजा, लेबनान,यमन और ईरान के बाद सीरिया पर भी हमला करना शुरू कर दिया है.
इजराइल द्वारा सीरिया में किए जा रहे हमले पर सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान और जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, बहरीन, इराक, ओमान, कुवैत, लेबनान, मिस्र और तुर्की के प्रतिनिधयों ने सीरिया में हो रहे हमलों पर गहन चर्चा की. इस बातचीत का उद्देश्य एकजुट होकर सीरिया के पुनर्निर्माण के प्रयासों में सीरियाई सरकार का समर्थन करना था.
‘अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन’
अरब देशों ने इस दौरान सीरिया पर बार-बार होने वाले इजराइली हमलों की निंदा की. उन्होंने इसे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताते हुए कहा कि यह सीरिया की संप्रभुता पर एक जबरदस्त हमला है.
अरब देशों के विदेश मंत्रालयों ने कहा कि इजराइली हमला सीरिया की सुरक्षा, स्थिरता और एकता को अस्थिर करता है. साथ ही सीरिया में बने नए सरकार के प्रयासों को कमजोर करता है.
इस दौरान अरब देशों के मंत्रियों ने स्वेदा गवर्नरेट और पूरे सीरिया में सुरक्षा और कानून का शासन स्थापित करने के सभी प्रयासों के लिए समर्थन व्यक्त किया.
सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने अमेरिका से की बात
सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल ने गुरुवार, 17 जुलाई को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और सीरिया की स्वतंत्रता और संप्रभुता का सम्मान करने, सीरियाई क्षेत्र पर इजराइली आक्रमण को रोकने की बात की. इसके साथ ही उन्होंने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा स्थापित करने और कानून के शासन को बनाए रखने के के महत्व पर जोर दिया.
बता दें कि इजराइल ने सीरिया पर हमला करना शुरू कर दिया है. इजराइल का कहना है वह सीरिया पर हमला सीरिया के अल्पसंख्यक ड्रूज समुदाय की रक्षा के लिए कर रहा है.

