Asaduddin Owaisi On Vande Mataram Debate: वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के मौके पर लोकसभा के शीतकालीन सत्र में विशेष चर्चा आयोजित गई है. इस चर्चा के दौरान पीएम मोदी, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, AIMIM प्रमुख असद्दीन ओवैसी समेत अन्य संसदों ने वंदे मातरम को लेकर अपनी बात रखी. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जवाहर लाल नेहरू से लेकर जिन्ना और आपातकाल तक का जिक्र करते हुए कांग्रेस और नेहरू पर जमकर हमला बोला. वहीं ओवैसी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ‘वंदे मातरम’ पर जबरदस्ती न करे.
असदुद्दीन ओवैसी ने वंदे मातरम पर संसद में विशेष चर्चा के दौरान कहा कि हमारे मुल्क के संविधान की शुरुआत ‘भारत माता’ से नहीं बल्कि ‘हम भारत के लोग’ से होती है.
‘खुदा के अलावा मैं किसी को नहीं मानता हूं’
ओवैसी ने आगे कहा कि मैं एक मुसलमान हूं और इस्लाम को मानता हूं और खुदा के अलावा मैं किसी को नहीं मानता हूं और इसका अधिकार मुझे संविधान देता है. इससे हमारे मुल्क की मोहब्बत मेरे धर्म के बीच नहीं आती है. हमें मुल्क से मुहब्बत है और हमेशा रहेगी.
ओवैसी ने बीजेपी पर साधा निशाना
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्होंने देश की आजादी में हिस्सा नहीं लिया, वो अगर आज देश से मुहब्बत का ज्ञान देंगे तो बहुत गलत होगा.
ओवैसी ने ये भी कहा कि मैं जानता हूं कि आजादी के आंदोलन के दौरान वंदे मातरम का नारा था, लेकिन अगर आप इसपर जबरदस्ती करें तो ये संविधान के खिलाफ हैं. उन्होंने आगे बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि वफादारी का सर्टिफिकेट हमसे मत लीजिए.
वहीं ओवैसी ने मुसलमानों की देशभक्ति पर सवाल उठाए जाने पर कहा कि अगर ‘वंदे मातरम’ देशभक्ति का पैमाना है, तो हसरत मोहानी की देशभक्ति क्या थी, जिन्होंने ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा दिया? और उन लाखों–करोड़ों मुसलमानों का क्या, जिन्होंने इस देश के लिए अपना सबकुछ कुर्बान किया.

