Asaduddin Owaisi On Election Commission: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) की तैयारियां जोरशोर से चल रही है, सभी राजनीतिक पार्टियां मैदान में पूरा दमखम लगा रही है. वहीं इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन औवेसी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाया है. आईए जानते हैं कि औवेसी ने क्या- क्या आरोप लगाए हैं…
AIMIM के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन औवेसी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग बिहार में गुप्त तरीके से एनआरसी (NRC) लागू कर रहा है.
औवेसी ने क्या कहा?
औवेसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करवाने के लिए अब हर नागरिक को दस्तावेजो के जरिए साबित करना होगा कि वह कब और कहां पैदा हुए थे, और साथ ही यह भी कि उनके माता-पिता कब और कहां पैदा हुए थे. विश्वसनीय अनुमानों के अनुसार भी केवल तीन-चौथाई जन्म ही पंजीकृत होते हैं. ज्यादातर सरकारी कागजों में भारी गलतियां होती हैं.
‘बाढ़ प्रभावित सीमांचल क्षेत्र के लोग सबसे गरीब’
असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित सीमांचल क्षेत्र के लोग सबसे गरीब हैं. वे मुश्किल से दिन में दो बार खाना खा पाते हैं. ऐसे में उनसे यह अपेक्षा करना कि उनके पास अपने माता-पिता के दस्तावेज होंगे, यह एक क्रूर मजाक है.
निर्वाचन आयोग बिहार में गुप्त तरीक़े से एनआरसी लागू कर रहा है। वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करवाने के लिए अब हर नागरिक को दस्तावेज़ों के ज़रिए साबित करना होगा कि वह कब और कहाँ पैदा हुए थे, और साथ ही यह भी कि उनके माता-पिता कब और कहाँ पैदा हुए थे। विश्वसनीय अनुमानों के अनुसार भी केवल…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 27, 2025
‘लोगों का निर्वाचन आयोग पर भरोसा कमजोर हो जाएगा’
औवेसी ने कहा कि इस प्रक्रिया का परिणाम यह होगा कि बिहार के गरीबों की बड़ी संख्या को वोटर लिस्ट से बाहर कर दिया जाएगा. वोटर लिस्ट में अपना नाम भर्ती करना हर भारतीय का संवैधानिक अधिकार है. सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में ही ऐसी मनमानी प्रक्रियाओं पर सख्त सवाल उठाए थे. चुनाव के इतने करीब इस तरह की कार्रवाई शुरू करने से लोगों का निर्वाचन आयोग पर भरोसा कमजोर हो जाएगा.