Assam: असम के गोलपाड़ा जिले के पाइकन विद्यापार इलाके में अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे मुसलमानों पर पुलिस ने गेलीबारी कर दी. पुलिस की गोलीबारी में दो मुस्लिमों की मौत हो गई. असम सरकार बीते कुछ दिनों से लगातार मुस्लिम बहुल इलाकों में अतिक्रमण हटाने का अभियान चला रही है.
क्या है पूरा मामला ?
पूरा मामला असम के गोलपाड़ा जिले का है. यहां असम पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम पैकन रिजर्व फॉरेस्ट इलाके में अतिक्रमण हटाने के लिए आई हुई थी.
पुलिस फायरिंग में दो मुस्लिमों को मौत
रिपोर्टों के मुताबिक, स्थानीय मुसलमान अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे थे. विरोध कर रहे मुसलमानों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी. पुलिस की फायरिंग में शाकुर हुसैन और कुतुबुद्दिन शेख की मौत हो गई. जबकि कई लोग घायल हो गए हैं.
असम: अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई में 1 मुसलमान की मौत! कई मुसलमान घायल!
गुरुवार को गोलपारा के पाइकन रिज़र्व फॉरेस्ट में अतिक्रमण के खिलाफ पुलिस और वन विभाग की बुलडोजर कार्रवाई के दौरान गोलीबारी में एक बंगाली भाषी मुस्लिम की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
एक निवासी… pic.twitter.com/7DDlbFW9OW
— Muslim Spaces (@MuslimSpaces) July 17, 2025
लोकल मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बेघर हुए स्थानीय लोगों ने दावा किया कि वे इस इलाके में आरक्षित वन घोषित होने से बहुत समय पहले से रह रहे हैं. साथ ही उनके पास वोटर कार्ड और सरकारी दस्तावेज भी हैं.
1,080 परिवार विस्थापित
बता दें कि असम सरकार ने पैकन रिजर्व फॉरेस्ट में 140 हेक्टेयर भूमि पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया, जिसमें लगभग 1,080 परिवार विस्थापित हो गए. इनमें से ज्यादातर बंगाली भाषी मुसलमान थे.
1,400 मुस्लिम परिवारों के घरों को किया गया ध्वस्त
बता दें कि बीते दिनों धुबरी जिले में एक बिजली परियोजना के लिए लगभग 1,157 एकड़ सरकारी भूमि से बंगाली मूल के 1,400 मुस्लिम परिवारों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया. सरकार द्वारा ध्वस्त किए जाने के बाद हजारों मुसलमान बेघर हो गए हैं. बेघर हुए लोगों ने कहा कि लगभग 10,000 बंगाली मूल के मुसलमान इस इलाके में पिछले कम से कम तीन से चार दशकों से रह रहे थे.

