Bangladesh News: बांग्लादेश में इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद तनाव की स्थिति बढ़ती ही जा रही है. बांग्लादेश में पिछले साल हुए छात्र आंदोलन के प्रमुख युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हमले के बाद हुई मौत के बाद देश में बवाल मचा हुआ है. इस तनाव में कई इलाकों में अल्पसंख्यक समुदाय और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पार्टी अवामी लीग के नेता निशाने पर हैं. इसी बीच शेख हसीना ने यूनुस सरकार की कड़ी अलोचना करते हुए बड़ा बयान दिया है.
शेख हसीना ने यूनुस सरकार की कड़ी अलोचना की
समाचार एजेंसी ANI को ईमेल इंटरव्यू में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार अंतरिम सरकार की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार बांग्लादेश में शांति बनाए रखने में विफल रही है. शेख हसीना ने आगे कहा कि बांग्लादेश में हिंसा आम बात हो गई है.
उस्मान हादी की हत्या पर क्या कहा?
शेख हसीना ने उस्मान हादी की हत्या को दुखद बताया. उन्होंने कहा कि यह दुखद हत्या उस अराजकता को दिखाती है जिसने मेरी सरकार को उखाड़ फेंका था. हिंसा आम बात हो गई है, जबकि अंतरिम सरकार या तो इसे मानने से इनकार करती है या इसे रोकने में नाकाम है.
पूर्व प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि ऐसी घटनाएं बांग्लादेश को अंदर से अस्थिर करती हैं, साथ ही हमारे पड़ोसियों के साथ हमारे रिश्तों को भी खराब करती हैं.
हमलावरों ने सिर पर मारी थी गोली
उस्मान हादी छात्र आंदोलन के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक बनकर उभरे थे और उन्हें अगले साल फरवरी में होने वाले बांग्लादेश के राष्ट्रीय चुनावों में ढाका-8 सीट से संभावित उम्मीदवार माना जा रहा था. बीते 12 दिसंबर को राजधानी ढाका में ऑटो-रिक्शा से यात्रा करते समय उनके सिर में गोली मार दी गई थी. गंभीर चोट के कारण हादी को 15 दिसंबर को बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
हादी की हत्या के बाद हुई हिंसा में मशहूर अखबारों, द डेली स्टार और प्रोथोम आलो, और सांस्कृतिक संगठनों छायानाट और उदिची शिल्पी गोष्ठी के दफ्तरों को भीड़ ने निशाना बनाया. वहीं इसी तनाव के दौरान 18 दिसंबर के अल्पसंख्यक समुदाय के युवक दीपू चंद्र दास को भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में हत्या कर दी थी.

