आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. चंद्रशेखर आजाद गोरखपुर की सदर सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. इससे पहले भीम आर्मी चीफ ने 18 जनवरी को यूपी की 33 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया था.
बता दें कि योगी आदित्यनाथ भी पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वो 2017 में मुख्यमंत्री बनने से पहले तक लोकसभा के सदस्य थे. योगी 1998 में पहली बार गोरखपुर से लोकसभा सांसद चुने गए. वो लगातार 5 बार से गोरखपुर से लोकसभा का चुनाव जीते. लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने विधानपरिषद की राह चुनी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहले मथुरा और अयोध्या से चुनाव लड़ने की अटकलें थीं लेकिन पार्टी ने उन्हें गोरखपुर सदर से अपना उम्मीदवार बनाया है.
अखिलेश संग नहीं बनी थी बात
चंद्रशेखर आजाद पहले समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ना चाहते थे। हालांकि अखिलेश के साथ सीटों को लेकर उनकी बात नहीं बनी जिसके बाद उन्होंने अकेले ही यूपी के रण में उतरने की घोषणा की। अखिलेश यादव की ओर से खुद को छोटा भाई कहे जाने पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि मैं वकील हूं और पढ़ा-लिखा हूं। हम सहयोग और तंज की भाषा को समझते हैं.
इनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेंगे आजाद
आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी कुछ लोगों के सामने अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी, जिनमें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर, राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी और स्वामी प्रसाद मौर्य के नाम शामिल हैं. उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश यादव चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी उनके सामने प्रत्याशी नहीं उतारेगी.
10 मार्च को आएंगे यूपी चुनाव के नतीजे
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा. यूपी में सात चरणों में 10, 14, 20, 23, 27 और 3 और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. जबकि वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. चुनाव आयोग ने कोरोना के मद्देनज़र यूपी, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए 22 जनवरी तक किसी भी राजनीतिक रैलियों और रोड शो की अनुमति नहीं दी है.
10 फरवरी को पहले चरण में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है.
17वीं विधानसभा
17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। उस चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया था। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती की बीएसपी 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bharatiya Janata Party) के बीच माना जा रहा है। भाजपा योगी आदित्यनाथ (Yogi adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है.