कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा देश में आर्थिक संकट से ध्यान हटाने के लिए तरह-तरह के षड्यंत्र कर रही है.
उन्होंने मीडिया कर्मियों से कहा, पिछले 13 दिनों के दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 11 बार बढ़ोतरी हुई है. रसोई गैस की कीमतों में भी अत्यधिक वृद्धि हुई है. देश एक गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है. सरकार को सभी दलों के साथ बैठकें करनी चाहिए, चर्चा करनी चाहिए, लेकिन देश की सत्ताधारी पार्टी इस आर्थिक संकट से जनता का ध्यान हटाने के लिए साजिशों का सहारा ले रही है.
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि लोगों को भड़काने के लिए देश में कई फर्जी घटनाक्रम वायरल किए जाते हैं. उन्होंने कहा- अक्सर लोग प्रामाणिकता की जांच किए बिना उस पर प्रतिक्रिया देते हैं. मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जाती है, लेकिन मुझे पता है कि इसका मुकाबला कैसे करना है.
उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को लेकर केंद्र सरकार चुप है. ममता ने कहा, केंद्र सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए, ताकि यूक्रेन के छात्र देश में अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें. मैंने इस मामले में केंद्र सरकार को पहले ही लिखा है. हालांकि, मुझे अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है, लेकिन मैंने फैसला किया है कि राज्य सरकार को पश्चिम बंगाल के उन छात्रों के लिए भी व्यवस्था करनी चाहिए, जो यूक्रेन से लौटे हैं.
हाल ही में एक वीडियो में आलिया विश्वविद्यालय के एक निष्कासित छात्र गियासुद्दीन मंडल को कुलपति को गाली देते दिखाया गया है और उसका संबंध तृणमूल कांग्रेस से होने की बात कही जा रही है. इस बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने अपराधी को गिरफ्तार करके त्वरित कार्रवाई की है.
उन्होंने कहा, छात्रों को कुछ शिकायतें हो सकती हैं. उनमें से एक ने वी-सी के साथ दुर्व्यवहार किया, जिसके लिए उसे गिरफ्तार किया गया है.
इस बीच, कुलपति मोहम्मद अली ने कहा कि इस गंभीर अपमान के बाद वह अब आलिया विश्वविद्यालय में बने रहने के इच्छुक नहीं हैं. उन्होंने कहा, मैं जादवपुर विश्वविद्यालय वापस जाना चाहता हूं और मैंने इस संबंध में जेयू के अधिकारियों को भी लिखा है.
(इनपुट आईएएनएस)