राष्ट्रपति भवन का ऐतिहासिक मुगल गार्डन जिसे देखने के लिए देश और दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं. यहां पर फूलों की वैरायटी लोगों को पंसद आती है. यह गार्डन हर साल फरवरी के महीने में लोगों के लिए खोला जाता है. इस साल मुगल गार्डन खुलने से पहले ही उसके नाम को लेकर एक प्रस्ताव सामने आया है. दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका वार्ड से भारतीय जनता पार्टी के निगम पार्षद भगत सिंह टोकस ने पीएम और प्रसीडेंट को पत्र लिखकर नाम बदलने की मांग की है.
पत्र में लिखा गया है कि भारत के इतिहास में मुगलों ने भारत की संस्कृति को खत्म करने का काम किया था, जिसे जरूरत है अब बदलने की. देश में जितने भी सम्मानित जगह जो मुगलों के नाम पर हैं, वक्त है उन्हें सुधार करने की. राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में जो मुगल गार्डन है, उसका नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम वाटिका रखा जाए. निगम पार्षद पहले भी अपने गांव मोहम्मदपुर का नाम बदल कर माधवपुरम करवाने का कार्य कर चुके हैं.
ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, निगम पार्षद भगत सिंह टोकस का कहना है कि देश आजादी के 75 वें साल को अमृत महोत्सव के रूप मे मना रहा है. यही समय है कि मुगल गार्डन का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपतिडॉ अब्दुल कलाम के नाम पर रखा जाय. मुगलों ने अपने राज के समय मे हमारे सभी धरोहरों सड़कों और ईमारतो का नाम अपने नाम पर रख लिया था. जबकि, हमारा देश आजाद हो चूका है तो सरकार को उस समय के मुगलो के नाम पर जो भी कूछ है उसका नाम बदलकर हमारे देश के महापुरुषों के नाम पर रख कर मुगलो के नामों निशान को भारत से मिटा देना चाहिए.
बीजेपी सरकार बनने के बाद बीते दिनों में देखा गया है कई जगह कई अस्थल कई सड़कों के नाम बदलने का कार्य किया गया है. इसके तहत वक्त बेवक्त विवाद भी खड़ा हुआ है. निगम पार्षद के इस प्रस्ताव के बाद नाम बदलने का यह मामला एक विवाद में तब्दील होता है या फिर सच में मुगल गार्डन का नाम बदलकर डॉक्टर अब्दुल कलाम वाटिका रखा जाता है ये देखना होगा.