BJP leader Rameshwar Sharma controversial statement on Muslims: देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरती, भड़काऊ और विवादित बयान देना आम बात हो गई है. हिंदू संगठन, दक्षिण पंथी और बीजेपी के कई बड़े नेता और मंत्री खुलेआम मुसलमानों के खिलाफ हिंसा की बात करते हैं. इसी सिलसिले में मध्यप्रदेश के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भारतीय मुसलमानों के खिलाफ विवादित बयान दिया है. अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी नेता रामेश्वर शर्मा ने बंगाल के मुर्शिदाबाद में बन रही बाबरी मस्जिद को लेकर नफरती बयान देते हुए कहा कि मस्जिद की नींव कट्टरपंथी मुसलमानों के लिए कब्रें बनाने के काम आएगा.
‘बाबरी मस्जिद की नींव मुसलमानों के कब्र…’
मध्य प्रदेश के भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस के विधायक बाबरी मस्जिद की ईंटों की बात कर रहे हैं. मैं उस विधायक, TMC और कट्टरपंथी मुसलमानों से कहना चाहता हूं कि वे मस्जिद की नींव मजबूत खोदे. उन्होंने आगे कहा कि बाबरी मस्जिद तो नहीं बनेगी, लेकिन मस्जिद की नींव उनकी (मुसलमानों) कब्रें बनाने के काम आ सकती है.
🪩 “मैं मुसलमानों से कहना चाहता हूं कि बाबरी मस्जिद केलिए मजबूत नींव खोदें।
मस्जिद तो नहीं बनेगी, लेकिन वह नींव तुम्हारी कब्र बनाने में काम आएगी।”
भोपाल हुजूर विधानसभा के #BJP विधायक रामेश्वर शर्मा ने बेलडांगा में #TMC विधायक हुमायूं कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखने के… pic.twitter.com/8AqVSNA1xl
— INDStoryS (@INDStoryS) December 9, 2025
6 दिसंबर की रखी गई मस्जिद की नींव
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस से सस्पेंड किए गए विधायक हुमायूं कबीर ने बीते शनिवार, 6 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में ‘बाबरी मस्जिद’ के नाम पर एक मस्जिद की नींव रखी. बाबरी मस्जिद की बुनियाद रखने के बाद मंच से हुमायूं कबीर ने ये भी कहा कि मस्जिद के साथ- साथ यहां मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल, पार्क और हेलीपैड भी बनेगा. इसके लिए 300 करोड़ का बजट रखा गया है.
हुमायूं कबीर के ‘बाबरी मस्जिद’ बनाने के ऐलान करने से लेकर नींव रखने तक देशभर में सियासी और धार्मिक हंगामा मच गया है. बीजेपी के नेता इसपर लगातार विवादित बयान दे रहे हैं.
हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद की बुनियाद रखने के बाद कहा कि मैंने जो बाबरी मस्जिद की नींव रखी, उससे राजनीति का कोई संबंध नहीं है. राजनीति अलग है और बाबरी मस्जिद की नींव अलग है. हुमायूं कबीर ने आगे कहा कि बाबरी मस्जिद 450 साल तक अयोध्या में थी, उसे तोड़ दिया गया, वहां राम मंदिर बनाया गया और मस्जिद के लिए दूसरी जगह दी गई लेकिन वे इसे नहीं बना पाए. अब हम मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बना रहे हैं तो किसी को इससे कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.

