भेटुआ (अमेठी): उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर गांवों के विकास तथा सरकारी लाभ से वंचित ग्रामीण जनता को ब्लॉक पर ही शिकायत और समाधान का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया जाने वाला ब्लॉक दिवस विकास खंड भेटुआ के अधिकारियों के लिए किस कदर बेईमानी है, इसकी एक झलक सितम्बर माह के प्रथम बुधवार को ब्लॉक दिवस के दौरान देखने को मिली.
आलम यह रहा कि भेटुआ ब्लॉक में बुधवार ब्लॉक दिवस के दौरान सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर जनता की समस्याओं के अनुश्रवण हेतु चयनित बीस अधिकारियों/कर्मचारियों में से महज सात अधिकारी ही उपस्थित मिले.
उपस्थिति रजिस्टर में भी ब्लॉक दिवस के अध्यक्ष एडीओ आईएसबी दिग्विजय सिंह, ग्राम विकास अधिकारी सुरेश चन्द यादव, ग्राम विकास अधिकारी पुनीत राज कौशल, सीडीपीओ पुष्पा मिश्रा, ग्राम विकास अधिकारी अतुल कुमार सिंह, बीटी सचिन कुमार और सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण अम्बरीष मिश्र की ही उपस्थिति दर्ज हुई थी.
हालांकि ब्लॉक दिवस के दौरान विकास खंड भेटुआ की सरुवांवा ग्राम पंचायत के उच्च प्राथमिक विद्यालय में विद्युतीकरण तथा सुमेरपुर ग्राम पंचायत में आवारा पशुओं से संबंधित केवल दो शिकायतें ही दर्ज कराई गई. परन्तु अधिकारियों की अनुपस्थिति इस बात को पुख्ता करती है कि शासन के मातहत शासन की मंशा के विपरीत ब्लॉक दिवस को महज सरकारी जुमला साबित करने में जुटे हैं.