प्रयागराज (उत्तर प्रदेश): छत्तीसगढ़ के एक गैर सरकारी संगठन ने आठ कैदियों को सजा काटने के बाद उन्हें नैनी जेल से रिहा कराने में मदद की है.
ये कैदी इसलिए रिहा नहीं हो पा रहे थे, क्योंकि उनके पास अदालतों द्वारा लगाए गए जुर्माना देने के पैसे नहीं थे.
एनजीओ ने सभी आठ कैदियों को जेल से रिहाई के लिए 21,426 रुपये का जुर्माना भरा.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक, नैनी सेंट्रल जेल, पी.एन. पांडे ने संवाददाताओं को बताया कि रोहित पटेल, मोहम्मद अलीम, अकील, रवींद्र यादव, मोहम्मद फजल, रूप प्रसाद, शानू और चुना तिवारी समेत कुल आठ कैदियों को बुधवार शाम जेल से रिहा कर दिया गया.
उन्होंने कहा, इन कैदियों ने अपनी जेल की अवधि पूरी कर ली थी, लेकिन अभी भी जेल में बंद थे क्योंकि वे उन पर लगाए जा रहे जुर्माने का भुगतान करने में विफल रहे. रायपुर स्थित एक एनजीओ उनके बचाव के लिए आगे आया और आठ कैदियों की रिहाई के लिए 21,426 रुपये जमा किए.
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इन कैदियों ने जेल की अवधि के दौरान अपनी सजा पूरी कर ली थी, लेकिन उन्हें अपनी रिहाई के लिए जुर्माना देना होगा. चूंकि वे जुर्माना भरने में सक्षम नहीं थे, इसलिए उन्हें अदालत के आदेश के अनुसार अधिक समय बिताने के लिए निर्देशित किया गया था.
(इनपुट आईएएनएस)