देश में 12 वर्ष से 14 वर्ष के आयु वर्ग के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान बुधवार को शुरू हो गया और इन बच्चों को कोर्बेवैक्स टीके की खुराक दी जाएगी.
इसके अलावा सरकार ने 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को एहतियाती खुराक देने के लिए अन्य बीमारियों से पीड़ित होने की शर्त हटाने का भी फैसला किया है.
दिशा निर्देशों में कहा गया है कि 12 वर्ष से 14 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को बायोलॉजिकल-ई के कोर्बेवैक्स टीके की दो खुराकें 28 दिनों के अंतराल में दी जाएगी.
देश में एक मार्च 2021 तक 12 से 13 आयु वर्ग के बच्चों की संख्या 4.7 करोड़ है.
इसके साथ ही 60 साल और उससे अधिक आयु के लोगों को अब एहतियाती खुराक दी जा सकती है और कोविड रोधी टीके की दूसरी खुराक देने की तारीख से नौ महीने पूरे होने के आधार पर यह एहतियाती खुराक दी जाएगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘अपने नागरिकों को वैक्सीनेट करने के भारत के प्रयास में आज एक महत्वपूर्ण दिन है. अब 12-14 आयु वर्ग के युवा वैक्सीनेशन के लिए पात्र हैं और 60 से अधिक आयु के सभी लोग बूस्टर डोज के लिए पात्र हैं. मैं इन आयु वर्ग के लोगों से वैक्सीनेशन कराने का आग्रह करता हूं.’
दिशा निर्देशों के अनुसार, एहतियाती खुराक उसी टीके की दी जाएगी जो प्रमुख टीकाकरण अभियान के दौरान उस व्यक्ति को दी गयी थी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को जारी दिशा निर्देशों में कहा, ’12 से 14 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स से कोविड-19 टीकाकरण की तिथि केवल कोविन पोर्टल के माध्यम से बुक की जा सकेगी. टीका लगाने वाले को सुनिश्चित करना होगा कि यह केवल उन्हीं बच्चों को दिया जा रहा है, जिन्होंने टीकाकरण की तिथि पर 12 साल की उम्र पूरी कर ली है और यदि कोई बच्चा पंजीकृत है, लेकिन 12 वर्ष की आयु तक नहीं पहुंचा है तो उसका टीकाकरण न किया जाए.’
इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामलों में भारी गिरावट के बीच 12-14 साल के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो गया.
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया था कि इस आयु वर्ग में करीब छह से सात लाख बच्चे टीकाकरण के योग्य हैं. दिल्ली में टीकाकरण के लिए 11 जिलों में कई टीकाकरण केंद्र चिह्नित किए गए हैं.
सूत्रों ने बताया कि सरकार को कोर्बेवैक्स टीके की 6,31,400 खुराकें मिली हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘हम सभी तैयार हैं, सभी संबंधित विभागों के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है, टीके की खुराकें मिल गयी है और इस कवायद में शिक्षा विभाग भी हमारी मदद कर रहा है. चुनौती यह सुनिश्चित करने की होगी कि टीकाकरण के लिए आने वाले लाभार्थियों की उम्र 12 साल से एक दिन भी कम नहीं होनी चाहिए. हम यह सुनिश्चित करने के लिए आधार कार्ड या स्कूल के पहचान पत्र की जांच करेंगे.’
(भाषा से इनपुट के साथ)