नई दिल्ली: दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और एनसीआर के अन्य इलाकों में रहने वाले लोगों को दिवाली के अगले दिन सुबह जहरीले धुएं की चादर में जागना पड़ा. गुरुवार को दिवाली थी और इस रात लोगों ने पटाखों पर लगे बैन का जमकर उल्लंघन किया. जिससे गंभीर ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण हुआ. इसके साथ ही विजिबिलिटी भी कम हो गई.
हरियाणा के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब से बहुत खराब कैटेगरी में पहुंच गया. गुरुवार रात को दिल्ली के रोहतक में एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया, जबकि पीएम 2.5 की सांद्रता बढ़ गई. वही दिल्ली के बुराड़ी में एयर क्वालिटी 394 के करीब रही. जो सांस के लिए काफी गंभीर है. पंजाब के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में भी कई जगहों पर एयर क्वालिटी इडेक्स ‘खराब’ कैटेगरी में दर्ज किया गया.
सीपीसीबी के जरिए पब्लिश राष्ट्रीय एक्यूआई का प्रति घंटा अपडेट देने वाले समीर ऐप के अनुसार, गुरुवार रात 11 बजे तक हरियाणा के गुरुग्राम में एक्यूआई 322, जींद में 336 और चरखी दादरी में 306 दर्ज किया गया. पिछले साल दिवाली पर आसमान साफ था, जब अनुकूल परिस्थितियों के कारण AQI 218 पर था, लेकिन इस साल दिवाली पर दिल्ली में प्रदूषण का स्तर फिर से अपने चरम पर पहुंच गया, जो प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों, पराली जलाने और वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण और भी खराब हो गया.
यद्यपि दिल्ली सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए 377 प्रवर्तन दल गठित किए थे और स्थानीय संघों के माध्यम से जागरूकता फैलाई थी, फिर भी पूर्वी और पश्चिमी दिल्ली के इलाकों में बड़े पैमाने पर प्रतिबंधों का उल्लंघन होने की खबरें आईं.