Delhi Red Fort Blast: देश की राजधानी दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के समीप बीते कल यानी कि सोमवार, 10 नवंबर की शाम लगभग 7 बजे बड़ा धमाका हुआ. इस धमाके में अधिकारिक रूप से आठ लोगों की मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं. हालांकि अलग- अलग मीडिया चैनलों के द्वारा मृतकों की संख्या अलग- अलग बताई जा रही है. इस घटना के बाद देश भर की मीडिया सूत्रों का हवाला देकर अलग- अलग खबरें चला रही है. हालांकि इस बड़े धमाके को लेकर कई बड़े सवाल हैं, जिनके जवाब अभी मिलने बाकी है…
घटनास्थल पर पुलिस की टीमें मौजूद
धमाके के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने बताया कि शाम करीब 6.52 बजे गाड़ी में विस्फोट हुआ और विस्फोट की वजह से आस-पास की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा. सभी एजेंसियां, FSL, NIA यहां मौजूद हैं. घटना में कुछ लोगों की मौत हुई है और कुछ घायल हुए हैं. स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
पुलिस ने क्या कहा?
वहीं इस धामके के बाद आज यानी कि मंगलवार को डीसीपी नॉर्थ राजा बॉंठिया ने कहा कि UAPA, विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. जांच शुरू हो गई है और दिल्ली पुलिस, FSL, NSG की कई विशेष टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं और हर संभव सबूत इकट्ठा कर रही हैं. जांच अभी शुरुआती चरण में है. इस पर कोई भी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी.
कैसे हुआ धमाका?
अब सवाल ये हैं कि इतना बड़ा धमाका कैसे हुआ? क्या कार के फ्यूल/ सीएनजी टैंक में धमाका हुआ? क्या कार चलाने वाले को इस धमाके के प्लानिंग की कोई जानकारी थी? यदि उस गाड़ी में धमाके की सामग्री पहले से मौजूद थी तो किसी सुरक्षा एजेंसी को इसकी जानकारी कैसे नहीं मिल पाई?
कार का असली मालिक कौन?
जिस आई20 हुंडई कार में ब्लास्ट हुआ वो कार असल में किसकी है इसको लेकर भी संशय बना हुआ है. मीडिया की खबरों के मुताबिक, ये कार हरियाणा निवासी सलमान के नाम है. हालांकि पूछताछ में सलमान ने बताया कि ये कार उसने डेढ़ साल पहले ओखला निवासी देवेंद्र सिंह को बेची थी. परंतु अभी तक कोई अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है.
क्या ये आतंकी हमला था?
पुलिस ने अभी तक इसे लेकर कई बयान नहीं दिया है. पुलिस अभी हर बिंदुओं की गहन जांच कर रही है. हालांकि पुलिस ने आज UAPA, विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की है.

