नई दिल्ली: माकपा नेता बृंदा करात ने बुधवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में नगर निगम द्वारा अवैध निर्माण के खिलाफ चलाए जा रहे बुलडोजर को संविधान की धज्जियां उड़ाने वाला बताया.
करात ने उस जगह का दौरा किया जहां बुलडोजर चलाया गया. उन्होंने कहा, इस अवैध विध्वंस से कानून और संविधान पर बुलडोजर चला है.
संयोग से, माकपा नेता ऐसे समय वहां पहुंची जब जेसीबी एक मंदिर के बाहर अवैध अतिक्रमण को गिराने वाली थी. करात ने मीडियाकर्मियों से कहा, सुप्रीम कोर्ट ने विध्वंस अभियान पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है, मैं उस आदेश को लागू कराने यहां आई हूं.
हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी इलाके में सुबह करीब 10.40 बजे अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू हुआ. पहले एक तंबाकू विक्रेता की दुकान को तोड़ा गया और उसके बाद जेसीबी ने उसके बगल में एक अन्य जूस-और-तंबाकू विक्रेता की दुकान तोड़ी. एक दो मंजिल की कबाड़ व्यापारी की दुकान भी धराशायी हो गई.
जब ये अभियान चल रहा था उस समय आसपास की छतों पर लोग पूरी कार्रवाई देख रहे थे. मीडिया से बात करते हुए, कई लोगों ने सरकार की सख्त कार्रवाई पर अपनी नाराजगी व्यक्त की, जो सांप्रदायिक हिंसा के ठीक 4 दिन बाद हुई.
बता दें कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में स्थित मस्जिद के चबूतरे पर बुलडोज़र चला दिया गया है जबकि मस्जिद से थोड़ी दूर पर बने मंदिर को सुरक्षा प्रदान की जा रही है. सोशल मीडिया पर जारी वीडियो को देखें तो मंदिर का परिसर सड़क तक फैला है लेकिन उसको नहीं तोड़ा गया है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में कथित अतिक्रमणकारियों के खिलाफ नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे अभियान पर रोक लगा दी है और यथास्थिति बनाए रखने को कहा है. लेकिन इसके बावजूद जहांगीरपुरी में बुलडोज़र चला कर घरों को तोड़ा गया.
(आईएएनएस से इनपुट के साथ)