जिलाधिकारी ने गो आश्रय स्थलों, अमृत सरोवर व पाइप पेयजल परियोजना का किया निरीक्षण

अमेठी/उत्तर प्रदेश: जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने आज तहसील अमेठी अंतर्गत गो आश्रय स्थलों, अमृत सरोवर व पाईप पेयजल परियोजना का स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.

मंगलवार को निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी ने तहसील अमेठी अंतर्गत ग्राम पंचायत रतापुर तथा महमूदपुर के गो आश्रय स्थल, ग्राम पंचायत सोनारी तथा नरहरपुर में अमृत सरोवर तथा करौंदी में पाइप पेयजल परियोजना का निरीक्षण किया.

गौशाला निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गायों को दी जा रही सुविधाओं तथा केयरटेकर के भुगतान आदि के संबंध में जानकारी ली. जिलाधिकारी ने कहा कि गो आश्रय स्थलों पर भूसा, चारा रखने हेतु पर्याप्त टीनशेड की व्यवस्था की जाए, जिन गौशालाओं में टीन शेड की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है वहां पर टीन शेड का निर्माण कराया जाए.

उन्होंने गायों के जियो टैगिंग के संबंध में जानकारी ली तथा मौजूद पशु चिकित्सकों से नियमित रूप से गायों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान रतापुर में कुछ गायों के मुंह पर रस्सी बंधी पाई गई जिस पर डीएम ने तत्काल गायों के मुंह से रस्सी हटवाई तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को गायों के बांधने के लिए पगहा (रस्सी) इत्यादि खरीदने के निर्देश दिए.

जिलाधिकारी ने गायों के लिए हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिस पर ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि हरे चारे की बुवाई की गई है. इस दौरान गो आश्रय स्थलों में मौजूद गायों को जिलाधिकारी ने गुड़ व लड्डू खिलाया.

जिलाधिकारी ने गो आश्रय स्थलों में घना वृक्षारोपण करने के निर्देश खंड विकास अधिकारियों को दिए. इसके उपरांत जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत नरहरपुर व सोनारी में मनरेगा से खुदवाए जा रहे अमृत सरोवर का स्थलीय निरीक्षण किया तथा अमृत सरोवर का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए.

इस दौरान उन्होंने अमृत सरोवर के चारों ओर इंटरलॉकिंग, बैठने की व्यवस्था, सीढ़ी, बेंच, वृक्षारोपण इत्यादि सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

सोनारी गांव में अमृत सरोवर में खुदाई कर रहे मनरेगा के मजदूरों की जिलाधिकारी ने अचानक उपस्थिति लेना प्रारंभ किया जिसमें मौके पर रजिस्टर में 25 मजदूरों की उपस्थिति दिखाई गई जिसमें से 11 मजदूर अनुपस्थित पाए गए, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए रोजगार सेवक व ग्राम प्रधान को कड़ी चेतावनी दी तथा संबंधित खंड विकास अधिकारी को नियमित जांच करने के निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में मनरेगा मजदूरों की फर्जी उपस्थिति ना दिखाई जाए, जितने मजदूर कार्य में लगे हों उतने की उपस्थिति दिखाई जाए.

उन्होंने कहा कि दोबारा ऐसा करते पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके उपरांत जिलाधिकारी में ग्राम करौंदी में 303.98 लाख की लागत से निर्माणाधीन पाइप पेयजल परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि अभी मात्र बोरिंग का कार्य हुआ है. 12191 मीटर पाइप लाइन बिछाई जानी थी जिसके सापेक्ष अब तक 4200 मीटर पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है.

अवर अभियंता जल निगम ने बताया कि इस पेयजल परियोजना से 401 घरों में कनेक्शन दिया जाना है. जिलाधिकारी ने शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश संबंधित कार्यदाई संस्था को दिए एवं जल निगम के अधिकारियों को लगातार मॉनिटरिंग करने को कहा.

निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी अमेठी संजीव कुमार मौर्य, जिला विकास अधिकारी तेजभान सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी जेपी सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी अमेठी, डीसी मनरेगा, खंड विकास अधिकारी सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे.

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