मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ 20 साल पुराने एक जमीन सौदे से जुड़े कथित धनशोधन मामले में 5,000 पन्नों का एक बड़ा आरोप पत्र (चार्जशीट) दायर किया.
आरोप पत्र विशेष पीएमएलए कोर्ट रजिस्ट्री में जमा कर दिया गया है और दस्तावेजों की जांच के बाद अदालत संज्ञान लेगी.
69 वर्षीय मलिक को ईडी के अधिकारियों ने 23 फरवरी को उनके मुंबई स्थित घर से गिरफ्तार किया था और फिलहाल वह करीब 60 दिनों से न्यायिक हिरासत में हैं.
Mumbai | Enforcement Directorate submits around 5000-page chargesheet against NCP leader and Maharashtra minister Nawab Malik in Special PMLA court, in connection with a money laundering case pic.twitter.com/E1nFoqY5xf
— ANI (@ANI) April 21, 2022
ईडी ने उन्हें भगोड़े डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर और अन्य के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा दर्ज प्राथमिकी के बाद गिरफ्तार किया था.
ईडी के अनुसार, कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कुर्ला में गोवावाला कंपाउंड शामिल है, जिसे कथित तौर पर मलिक ने माफिया की मदद से हड़प लिया था.
ईडी द्वारा मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में मलिक परिवार की 5 संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क करने के बमुश्किल आठ दिन बाद गुरुवार का ये घटनाक्रम सामने आया है.
इनमें गोवावाला कंपाउंड, एक वाणिज्यिक इकाई और कुर्ला में तीन फ्लैट, बांद्रा में दो फ्लैट, उस्मानाबाद में 148 एकड़ कृषि भूमि और अन्य संपत्ति शामिल हैं.
ईडी ने मलिक पर अपनी कंपनी सॉलिड्स इनवेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से मुनीरा प्लंबर की कुर्ला भूमि को एक मामूली दर पर हड़पने के लिए कथित रूप से रची आपराधिक साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है. मलिक पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने दाऊद के गैंगस्टरों की मिलीभगत से जाली कागजों का इस्तेमाल किया.
—आईएएनएस