उत्तर प्रदेश के जिला अमेठी के पिण्डरिया स्थित केंद्रीय विद्यालय में तीन दिवसीय अभिभावक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अभिभावक-शिक्षक आपस में सहयोग कर कार्य करने पर जोर दिया गया.
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि कोविड-19 के दौरान बच्चे घरों में ऑनलाइन शिक्षण किये, अब भौतिक मौजूदगी के साथ अनेक चुनौतियां भी सामने हैं जिसे मिलकर दूर करने की आवश्यकता है.
सच्चे अर्थों में शिक्षा केवल ज्ञान ही प्रदान करना भर ही नहीं, बल्कि बच्चों में अच्छी आदतों का विकास, जीवन के प्रति उचित दृष्टिकोण तथा व्यक्तित्व का श्रेष्ठतम विकास है. शिक्षा की पावन प्रक्रिया में बच्चे, अभिभावक शिक्षक और समाज द्वारा सीखने का अवसर पाते हैं.
विद्यार्थियों का विकास विद्यालय और परिवार दोनों के संयुक्त प्रयास द्वारा उत्तम शैक्षिक वातावरण द्वारा ही हो सकता है.
आगे प्राचार्य ने अभिभावकों से उनके पाल्य-पाल्या की नियमितता, सजगता एवं तत्परता के सम्बंध में विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए कहा कि हम सबका लक्ष्य बच्चों को देश का अच्छा नागरिक बनाना है.
अभिभावकों को बच्चों के प्रति सजग रहने तथा क्रियाकलापों पर पैनी नज़र बनाए रखने की सलाह दी गई.
अभिभावक बच्चों को स्वाध्याय के साथ-साथ व्यायाम, योग तथा खेलने के लिए प्रेरित करें. इस अवसर पर सुमित कुमार के साथ विद्यालय के अन्य शिक्षक मौजूद थे.