Maharashtra: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा हाल ही में बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता और एडवोकेट आरती साठे को बॉम्बे हाईकोर्ट में बतौर जज के रूप में नियुक्ति करने की सिफारिश पर विवाद खड़ा हो गया है. विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी की प्रवक्ता रही आरती साठे को जज के रूप में नियुक्त करना लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा आघात है. वहीं बीजेपी का कहना है कि वो पार्टी से अलग हो चुकी हैं.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे हाई कोर्ट में जज की नियुक्ति को लेकर तीन नाम सुझाए हैं, जिनमें बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता आरती अरुण साठे का नाम शामिल है.
‘लोकतंत्र का मजाक हो रहा है’
महाराष्ट्र कांग्रेस ने इस मामले पर कहा कि बेशर्मी की हद है. हैरानी की बात है कि BJP प्रवक्ताओं को जज चुना जा रहा है. BJP ने खुलेआम लोकतंत्र का क्रूर मजाक शुरू कर दिया है.
NCP नेता ने उठाए सवाल
वहीं NCP (शरद पवार गुट) के नेता रोहित पवार ने कहा कि किसी व्यक्ति को, जो सत्तारूढ़ दल के लिए सार्वजनिक मंच से पक्ष रखता हो, सीधे जज के रूप में नियुक्त करना लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा आघात है. यह भारतीय न्यायिक प्रणाली की निष्पक्षता पर दूरगामी असर डालेगा.
उन्होंने आगे सवाल करते हुए कहा कि क्या सिर्फ योग्यताएं पर्याप्त हैं या राजनीतिक पृष्ठभूमि रखने वाले व्यक्तियों को सीधे जज बनाना न्यायपालिका को राजनीतिक अखाड़ा बनाने जैसा है?
सार्वजनिक व्यासपीठावरून सत्ताधारी पक्षाची बाजू मांडणाऱ्या व्यक्तीची न्यायाधीश म्हणून नेमणूक होणं म्हणजे लोकशाहीवर केलेला सर्वांत मोठा आघात आहे. याचा भारतीय न्याय व्यवस्थेच्या निःपक्षपणावर दूरगामी परिणाम होईल. केवळ न्यायाधीश होण्याची पात्रता आहे म्हणून थेट राजकीय व्यक्तींना… pic.twitter.com/d3w2rIHNK2
— Rohit Pawar (@RRPSpeaks) August 5, 2025
‘न्याय देने की प्रक्रिया पक्षपात से मुक्त होगी?’
NCP नेता ने सिफारिश पर फिर से विचार करने की की मांग करते हुए कहा कि जब हाईकोर्ट में जज बनने वाला व्यक्ति राजनीतिक पृष्ठभूमि रखता हो और सत्तारूढ़ दल में पद पर रहा हो, तो कौन गारंटी देगा कि न्याय देने की प्रक्रिया राजनीतिक पक्षपात से मुक्त होगी? क्या किसी राजनीतिक व्यक्ति की नियुक्ति न्याय प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न नहीं लगाएगी?
बीजेपी ने क्या कहा?
वहीं इन विवादों पर BJP महाराष्ट्र के मीडिया प्रमुख नवनाथ बान ने कहा कि झूठे आरोप बेवजह नहीं लगाने चाहिए. आरती साठे ने 6 जनवरी 2024 को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.