अहमदाबाद: गुजरात के बोटाद जिले में कथित रूप से जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है. गुजरात के पुलिस महानिदेशक (DGP) आशीष भाटिया ने मंगलवार को गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि अत्यधिक जहरीले मिथाइल अल्कोहल से शराब बनाई गई थी.
उन्होंने कहा कि हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और उनमें से अधिकतर को हिरासत में लिया गया है.
ईटीवी भारत खबर के अनुसार, मामला सोमवार की सुबह तब सामने आया जब बोटाद के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद कस्बों के सरकारी अस्पतालों में भर्ती किया गया.
भाटिया ने कहा कि जहरीली शराब के सेवन से अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है. उनमें से 22 बोटाद जिले के विभिन्न गांवों के थे, जबकि छह लोग पड़ोसी अहमदाबाद जिले के थे. इसके अलावा, 45 से अधिक लोग वर्तमान में भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में भर्ती हैं.
भाटिया ने कहा, ‘फॉरेंसिक विश्लेषण से पता चला है कि पीड़ितों ने मिथाइल अल्कोहल का सेवन किया था. हमने हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और अधिकतर आरोपियों को पहले ही हिरासत में ले लिया है.’ गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी जांच में शामिल है.
‘अवैध शराब बेचने वालों को मिल रहा राजनीतिक संरक्षण’
गुजरात के दौरे पर गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी लागू है फिर भी अवैध शराब बेची जा रही है. राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
Gujarat | AAP national convener Arvind Kejriwal today to visit a hospital in Bhavnagar, where some of the people are admitted after they allegedly consumed spurious liquor.
— ANI (@ANI) July 26, 2022
उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध शराब बेचने वाले लोग राजनीतिक संरक्षण का आनंद ले रहे हैं और उन्होंने शराब की बिक्री से अर्जित धन की जांच की मांग भी की. केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि वह भावनगर के एक अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां जहरीली शराब पीने के बाद बीमार हुए कुछ लोगों को भर्ती कराया गया था.

