Hamaari Sada Trust Organises Eye Camp: हमारी सदा ट्रस्ट के लिए सामुदायिक सेवा सिर्फ कहने की बात नहीं, बल्कि हर दिन का एक मिशन है. मदनपुर खादर एक्सटेंशन में चल रहा हमारी सदा ट्रस्ट का “राइजिंग स्किल डेवलपमेंट सेंटर” (Rising Skill Development Centre) ऐसे बच्चों और युवाओं की जिंदगी संवार रहा है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं.
राइजिंग स्किल डेवलपमेंट सेंटर कर रहा है बेहतर काम
राइजिंग स्किल डेवलपमेंट सेंटर में बच्चों को ट्यूशन सहायता, इंग्लिश स्पीकिंग क्लासेस और बेसिक कंप्यूटर ट्रेनिंग दी जाती है. सालों से यह सेंटर न सिर्फ एक पढ़ाई की जगह बना है, बल्कि एक सुरक्षित माहौल बन चुका है, जहां बच्चे सीखते हैं, समझते हैं और बड़े सपने देखने का आत्मविश्वास भी हासिल करते हैं. यहां पढ़ाई के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनने की राह भी खुलती है.
कई बच्चों के आंखों में हो रही थी समस्या
इन्हीं क्लासेस के दौरान एक आम समस्या सामने आई. कई छात्रों ने बताया कि उनकी आंखों से पानी आता है, धुंधला दिखाई देता है या पढ़ते समय और ब्लैकबोर्ड देखने में आंखों में जोर पड़ता है. कुछ बच्चों ने तो यह भी कहा कि पास की चीजें दूर दिखती हैं. इन छोटी-छोटी बातों ने एक बड़ी परेशानी को उजागर किया. आंखों की समस्याएं उनके पढ़ाई पर असर डाल रही थीं.
ट्रस्ट के संस्थापक ने उठाया कदम
इस समस्या पर गौर करने के बाद हमारी सदा ट्रस्ट के संस्थापक मोहम्मद इरशाद आलम ने देश के अग्रणी नेत्र चिकित्सा संस्थानों में से एक डॉ. शराफ चैरिटी आई हॉस्पिटल से संपर्क किया. अस्पताल ने भी तुरंत सहयोग देने पर सहमति जताई.
नेत्र जांच शिविर का आयोजन
मोहम्मद इरशाद आलम के इस बेहतरीन कदम के बाद नेत्र जांच शिविर आयोजित किया गया, जिसमें न केवल छात्रों की आंखों की समस्याओं की जांच की गई, बल्कि उनके माता-पिता को भी इस सुविधा का लाभ मिला.
डॉ. शराफ चैरिटी आई हॉस्पिटल की टीम, डॉ. ज्योति दयाल की अगुवाई में मोहम्मद रेहान, राधा और रफ़ीका सहित अन्य सदस्यों के साथ राइजिंग स्किल डेवेलपमेंट सेंटर पहुंची और आंखों की जांच की.
इस कैंप का उद्देश्य आंखों की सेहत के बारे में जागरूकता फैलाना और बच्चों, युवाओं व बुज़ुर्गों को आवश्यक आंखों की जाँच और सुविधाएँ उपलब्ध कराना था.

नेत्र जांच शिविर की मुख्य झलकियां
- करीब 80 बच्चों और अभिभावकों के आंखों की अच्छे से जांच की गई.
- लगभग 17 छात्रों को विशेष इलाज के लिए मुख्य अस्पताल (डॉ. शराफ आई हॉस्पिटल) में रेफर किया गया.
- दृष्टि दोष से पीड़ित बच्चों को मुफ्त में चश्मे दिए जाएंगे.
- माता- पिता और बुजुर्गों की मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और डायबिटिक रेटिनोपैथी की जांच की गई.
- जिन्हें आगे इलाज की आवश्यकता है, उन्हें यह पूरी तरह मुफ्त में अस्पताल में प्रदान किया जाएगा.
मोहम्मद इरशाद आलम ने क्या कहा?
इस दौरान मोहम्मद इरशाद आलम ने कहा, “जब किसी बच्चे को साफ दिखाई नहीं देता, तो सीखना खुद एक चुनौती बन जाता है. एक समुदाय के रूप में हमारी जिम्मेदारी है कि हम ऐसी समस्याओं को दूर करें. डॉ. शराफ चैरिटी आई हॉस्पिटल के साथ यह सहयोग सुनिश्चित करता है कि जिन बच्चों की हम सेवा करते हैं, उनके लिए शिक्षा और स्वास्थ्य साथ-साथ चलें.”
मोहम्मद इरशाद आलम ने आगे कहा कि यह नेत्र जांच शिविर सिर्फ एक मेडिकल कैंप नहीं था, बल्कि यह हमारी सदा ट्रस्ट की समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है. शिक्षा और कौशल निर्माण से लेकर स्वास्थ्य जागरूकता, मीडिया ओरिएंटेशन और अधिकारों की आवाज उठाने तक हमारी सदा ट्रस्ट लगातार स्वावलंबी और सशक्त समुदायों के निर्माण की दिशा में काम कर रहा है.

