नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल ही में इस साल की हज यात्रा के दौरान हुई दुखद मौतों की जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि इस साल 208 भारतीय हज यात्रियों की हज के दौरान मौत हुई है. यह जानकारी राज्यसभा में उठाए गए एक सवाल के जवाब में दी गई है. जिसमें इस साल के हज से सफर के दौरान आने वाली दिक्कतों पर रोशनी डाली गई है.
इस साल हज के दौरान लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. 2024 की हज यात्रा, जो 14 जून से 19 जून तक हुई, इस दौरान तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया था. भारत समेत कई देशों के लोगों की मौतों की घटनाएं सामने आई थीं.
इस भीषण गर्मी की वजह से अनेक तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, जिसकी वजह से अलग-अलग देशों से आये लगभग 1.8 मिलियन प्रतिभागियों में से 1,301 की मौत हुई थी. इनमें से अधिकांश मौतें गर्मी से संबंधित बीमारियों के कारण हुईं, जिनमें हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन शामिल है. उल्लेखनीय बात यह है कि 70 फीसद से ज्यादा मरने वाले 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के थे.
रिपोर्टों से पता चलता है कि 1.8 मिलियन तीर्थयात्रियों ने हज में हिस्सा लिया था, जिन्हें हाल के दशकों में दर्ज किए गए सबसे अधिक तापमान का सामना करना पड़ा था. भीषण गर्मी की वजह से बहुत ज्यादा स्वास्थ्य समस्या पैदा हुई थीं, हज से सफर के दौरान एक ही दिन में हीट की वजह से बीमार पड़ने के 2,700 से अधिक मामले सामने आए थे.