पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को विपक्षी दलों को चेतावनी दी कि अगर उन्हें (इमरान खान को) पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह और भी ज्यादा खतरनाक हो जाएंगे. इसके साथ ही खान ने विपक्ष की कोई भी बात मानने से इनकार कर दिया. पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) द्वारा 23 मार्च को जुलूस निकालने की योजना पर पूछे गए सवाल के जवाब में खान ने कहा कि यह कदम विफल हो जाएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा, अगर मैं सड़कों पर आ गया तो आप (विपक्ष) सबको छिपने की कोई जगह नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पद छोड़ने पर मजबूर किया गया तो वह और भी ज्यादा खतरनाक हो जाएंगे.
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) एक गठबंधन है, जिसमें करीब एक दर्जन पार्टियां हैं. इस गठबंधन का कहना है कि राजनीति में सेना की दखल कम होनी चाहिए. पीडीएम (Pakistan Democratic Movement) का आरोप है कि इमरान खान सेना के हाथों की कठपुतली हैं जिन्हें इलेक्शन में गड़बड़ी करके जितवाया गया था.
ईटीवी भारत की ख़बर के अनुसार, PDM के अध्यक्ष और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजली के मुखिया मौलाना फजलुर रहमान ने ऐलान किया है कि विपक्षी पार्टियां 23 मार्च को इस्लामाबाद में लंबा मार्च निकालेंगी. उन्होंने इमरान की सरकार को ‘अक्षम और नाजायज’ कहा और बोले कि इससे पाकिस्तान को छुटकारा दिलाया जाएगा.
नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ पर भी इमरान खान जमकर बरसे. इमरान ने कहा कि वह शहबाज शरीफ को विपक्ष का नेता नहीं राष्ट्र का क्रिमिनल मानते हैं. इमरान ने आरोप लगाया कि पूरा शरीफ परिवार लंदन भाग जाएगा और फिर वहीं रहेगा, जिस तरह नवाज शरीफ (पूर्व पीएम) अपने दो बेटों के साथ रह रहे हैं. क्या नवाज वापस पाकिस्तान आएंगे? इस सवाल पर इमरान ने कहा, नवाज नहीं आएंगे क्योंकि उनको पैसों से प्यार है.
बता दें कि नवाज शरीफ नवंबर 2019 से यूके में रह रहे हैं. तब लाहौर हाईकोर्ट ने उनको चार हफ्ते की जमानत दी थी, जिसमें उनको विदेश जाकर इलाज कराकर वापस आना था. लेकिन वह वापस नहीं आए. नवाज को भ्रष्टाचार के मामले में सात साल की सजा हुई थी.
(इनपुट) पीटीआई