IAEA On America Nuclear Sites Claim: ईरान और इजराल के बीच बीते दिनों लगभग दो हफ्तों तक जंग चला था, इस जंग की शुरूआत इजराइल द्वारा ईरान में किए गया अचानक हमले से शुरू हुआ था. इजराइल के हमले के बाद ईरान ने जवाबी हमला किया था और युद्ध शुरू हो गया था. इसी बीच अमेरिका ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला कर दिया था. इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया कि उसने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से तबाह कर दिया. हालांकि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने अमेरिका के दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया.
IAEA ने अमेरिकी के दावों को किया खारिज
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक, राफेल ग्रॉसी ने कहा कि अमेरिका के हमलों से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कुछ नुकसान पहुंचा है लेकिन पूरी तरह तबाह नहीं हुआ है.
ईरान कुछ महीनों में फिर से शुरू कर सकता है कार्यक्रम
IAEA के महानिदेशक, राफेल ग्रॉसी ने आगे कहा कि ईरान के पास कुछ महीनों के भीतर यूरेनियम संवर्धन फिर से शुरू करने की क्षमता है. साथ ही कहा कि ईरान के पास अपनी संवर्धन गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए आवश्यक तकनीकी और औद्योगिक आधार है.
अमेरिका लगातार कर रहा है दावा
राफेल ग्रॉसी के बयान ने अमेरिका के दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार- बार ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से तबाह करने का दावा करते आ रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि बीते 13 जून को इजराइल ने ईरान के प्रमुख परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला किया था, जिसमें कई बड़े साइंटिस्ट और सैन्य अधिकारी मारे गए थे. इजराइल के इस घातक हमले के बाद ईरान ने इजराइल पर हमला कर मुंहतोड़ जवाब दिया था. इसके बाद दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू हो गया था. वहीं इस युद्ध के बीच अमेरिका ने ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर हमला कर दिया था.