महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शुक्रवार को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक के समर्थन में खुलकर सामने आए. उद्धव ठाकरे ने विधानसभा में कहा कि ‘अगर नवाब मलिक का कई वर्षों से दाऊद इब्राहिम के साथ संबंध था तो केंद्रीय एजेंसियां इतने वर्षों से क्या कर रही थीं? उन्होंने कहा कि यह मामला अदालत में है. मुझे लगता है कि विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस का चयन ईडी ने किया है क्योंकि उन्होंने सभी दस्तावेज ईडी को दिए हैं.’
If Nawab Malik had a connection with Dawood Ibrahim for yrs, what were central agencies doing for so many yrs? The matter is in court. I think LoP Fadnavis must be recruited by ED as he gave all the documents to ED,as he said somewhere: Maharashtra CM Uddhav Thackeray in Assembly pic.twitter.com/DCJDeBbEjQ
— ANI (@ANI) March 25, 2022
ठाकरे ने केंद्र से सवाल किया, ‘दाऊद कहां पर है? क्या किसी को पता है कि वह कहां है? आपने पिछला चुनाव राम मंदिर के नाम पर लड़ा था. अब, क्या आप दाऊद के नाम पर वोट मांगने की तैयारी कर रहे हैं? क्या ओबामा ने ओसामा बिन लादेन के नाम पर वोट मांगे थे? अगर आपमें हिम्मत है तो दाऊद को मारिए, क्या आप ऐसा करेंगे?’.
You ask for the resignation of Nawab Malik. Tell me first, why did you support Mehbooba Mufti who had sympathy for Afzal Guru and Burhan Wani: Maharashtra CM Uddhav Thackeray in the state assembly pic.twitter.com/MW6TMzSxDB
— ANI (@ANI) March 25, 2022
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘आप नवाब मलिक का इस्तीफा मांग रहे हैं. पहले मुझे ये बताइए कि आपने महबूबा मुफ्ती का समर्थन क्यों किया था जिन्होंने अफजल गुरू और बुरहान वानी के प्रति सहानुभूति जताई थी.’
उन्होंने अपनी महा विकास आघाडी सरकार और उसके नेताओं और उनके परिवारों को बदनाम करने के लिए पूर्व सहयोगी भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अपने बहनोई की संपत्ति को अस्थायी रूप से फ्रीज करने के ईडी के कदम से डरते नहीं हैं और आगे कहा कि वह इस तरह की कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार है.
शिवसेना को लेकर उन्होंने कहा कि वह जेल जाने को तैयार हैं लेकिन बीजेपी को महाराष्ट्र में सत्ता हासिल करने के लिए अपना अभियान बंद कर देनी चाहिए.
बता दें कि एनसीपी नेता नवाब मलिक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक कथित मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) जांच कर रही है.