नई दिल्ली: आईआईएम ने एंटरप्रेन्योरशिप और इनोवेशन में पहला एमबीए प्रोग्राम डिजाइन किया है। आईआईएम लखनऊ द्वारा तैयार किया गया यह प्रोग्राम देशभर के किसी भी आईआईएम द्वारा ऑफर किए जाने वाले प्रोग्रामों में अपनी तरह का पहला प्रोग्राम है। पाठ्यक्रम की कुल फीस 14 लाख रुपए से अधिक रखी गई है। इस एमबीए प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को सफल उद्यमी बनने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करना है। प्रोग्राम की शुरूआत इसी वर्ष अगस्त से शुरू होनी है।
आईआईएम के मुताबिक एंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन में पूर्णकालिक इस एमबीए प्रोग्राम की अवधि 16 महीने है। आईआईएम लखनऊ के इस एमबीए इन एंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जून है।
आईआईएम ने आईएएनएस को बताया कि यह एंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन प्रोग्राम एमबीए उन उम्मीदवारों के लिए है, जो एक महत्वपूर्ण समस्या को हल करने के लिए अपना उद्यम बनाने की इच्छा रखते हैं।
आईआईएम लखनऊ के इस एमबीए प्रोग्राम के बारे में बात करते हुए आईआईएम लखनऊ की निदेशक प्रो. अर्चना शुक्ला ने कहा, आईआईएम लखनऊ ने हमारे दो सफल इन्क्यूबेटरों के साथ एक उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया है। यह कार्यक्रम अद्वितीय है क्योंकि यह कौशल विकास पर आधारित है और इसका उद्देश्य उद्यमशीलता की भावना को उजागर करना है। पाठ्यक्रम में एमबीए उद्यमशीलता ज्ञान और कौशल (50 प्रतिशत) और उद्योग इनपुट, विसर्जन और सलाह (50 प्रतिशत) के दर्शन और शिक्षाशास्त्र पर आधारित है। बहु-अनुशासनात्मक पाठ्यक्रम स्टार्ट-अप उद्यमों के लिए प्रासंगिक सामग्री और सामग्रियों के साथ प्रबंधन और संबद्ध क्षेत्रों के सभी क्षेत्रों को कवर करेगा।
पाठ्यक्रम में विदेश में भागीदार संस्थानों में जाकर या आईआईएम लखनऊ के दो इनक्यूबेटर या पार्टनर इनक्यूबेटर के साथ काम करके अंतरराष्ट्रीय उद्यमशीलता का अनुभव प्राप्त करने के विकल्प प्रदान करेगा।
उद्यमिता और नवाचार प्रोग्राम में एमबीए में प्रवेश के लिए पात्र होने के लिए, उम्मीदवारों के पास आईआईएम द्वारा आयोजित कॉमन एडमिशन टेस्ट (सीएटी) की पात्रता की आवश्यकताओं के अनुसार किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री या समकक्ष होना चाहिए। उम्मीदवारों के पास 1 जनवरी 2021 के बाद लिया गया वैध कैट 2022 स्कोर या जीमैट का वैध जीमैट स्कोर भी होना चाहिए। इस कार्यक्रम के लिए कुल शुल्क 14,30,000 रुपये होगा।
—आईएएनएस