सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के देवबंद में मुस्लिम संगठनों की दो दिवसीय बैठक शनिवार को शुरू हुई. इस बैठक में पूरे देश के करीब 5 हजार मुस्लिम धर्म गुरुओं के शामिल होने की उम्मीद है. देवबंद में हो रही इस बैठक में कॉमन सिविल कोड, ज्ञानवापी मस्जिद और मुल्क के वर्तमान हालात पर चर्चा की जा रही है. इसमें देश के कोने-कोने से मुस्लिम उलेमा शामिल होने पहुंचे हैं. जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए सभी को बुलाया था. ये सभी अलग-अलग संगठनों से जुड़े हैं. जलसे की अध्यक्षता मौलाना महमूद असद मदनी ने की.
ईटीवी भारत रिपोर्ट के अनुसार, जानकारी के मुताबिक, देवबंद के ईदगाह में आयोजित जलसे में ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद और दिल्ली की कुतुब मीनार को लेकर चल रहे विवाद पर चर्चा के लिए देशभर से उलेमा जुट रहे हैं. यहां ऐसे मामलों में किस तरह आगे बढ़ा जाए जैसे बिंदुओं पर मंथन के साथ आगे का खाका तैयार करने पर बात होगी.
कॉमन सिविल कोड पर चर्चा: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी के नेतृत्व में हो रहे जलसे में इस्लामी मुद्दों के साथ ही कॉमन सिविल कोड को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
जलसे में आ रहे ये संगठन: जलसे में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अलावा, मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड, सुन्नी वक्फ बोर्ड समेत कई बड़े मुस्लिम संगठन शामिल हो रहे हैं. इसके अलावा 5 हजार मौलाना, इमाम, धर्मगुरू, मुस्लिम बुद्धजीवी और इस्लाम के जानकार हिस्सा लेंगे.
तीन सेशन में पूरा होगा जलसा: जमीयत उलेमा-ए-हिंद का यह जलसा 28 से 29 मई तक चलेगा. इसको तीन सेशन में बांटा गया है. पहले सेशन की शुरुआत 28 मई सुबह 8:45 से होगी और दोपहर 1:00 बजे पूरा होगा. दूसरा सेशन शाम 7:30 बजे से 9:30 बजे रात तक चलेगा. इसी तरह जलसे का तीसरा सेशन 29 मई की सुबह 8:45 बजे से शुरू होकर दोपहर 1:00 बजे संपन्न होगा.